नईदिल्ली। अंडमान और निकोबार क्षेत्र के हैवलाॅक आईलैंड में 800 से अधिक पर्यटक फंस गए। दरअसल यहां पर जोरदार बारिश और तूफान का दौर है। ऐसे में प्राकृतिक आपदा से लोगों को निजात दिलाने के लिए सेना की मदद ली जा रही है। भारतीय नौसेना को जानकारी मिलने के बाद फंसे हुए लोगों को क्षेत्र से सुरक्षित निकालने का आॅपरेशन चलाया जा रहा है। नौसेना अपनी ओर से पूरे प्रयास कर रही है। दरअसल प्रशासन ने आपदा राहत के लिए नौसेना से मदद मांगी थी। नौसेना ने टूरिस्ट्स को हैवलाॅक आईलैंड से पोर्ट ब्लेयर ले जाए जाने के लिए 4 जहाज रवाना कर दिए। हैवलाॅक से पोर्ट ब्लेयर जाने के लिए जहाजों को करीब 40 किलोमीटर का सफर तय करना होता है। नौसेना आपदा प्रबंधन में आईएनएस बित्रा, बंगाराम और कुंभीर समेत एलसीयू पोतों और जहाजों का सहारा ले रही है। दरअसल अंडमान द्वीप के पूर्व में एक द्वीप है जो कि दक्षिण अंडमान प्रशासन में है। गौरतलब है कि अंडमान निकोबार क्षेत्र में तूफान के बीच फंसे यात्रियों में से कुछ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्विटर पर ट्विट कर मदद मांगी थी। ऐसे में उन्होंने ट्विट कर लिखा था कि पिछले दो दिनों से चक्रवात के कारण हम यहां फंसे हुए हैं। हमें पोर्ट ब्लेयर पहुंचने में सहायता करें। मिली जानकारी के अनुसार नौसेना के जहाज प्रभावितों की मौजूदगी वाले क्षेत्र के पास पहुंच गए हैं लेकिन अभी खराब मौसम के चलते बचाव दल को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और बंगाल की खाड़ी में दबाव बना हुआ है। हैवाॅक में बारिश हो रही है। मिली जानकारी के अनुसार यहां पर 48 घंटों में चक्रवाती तूफान आ सकता है। ऐसे में लोगों को आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं और मछुआरों को निर्देश देते हुए समुद्र से दूर रहने के लिए कहा गया है।