मुंबई: नवाब मलिक बनाम समीर वानखेड़े की जंग अब बॉम्बे हाई कोर्ट तक जा पहुंची है. वानखेड़े के पिता ने मलिक पर मानहानि का मुकदमा ठोक दिया है. उस मामले में पहली सुनवाई भी हो चुकी है और नवाब मलिक ने अपना पक्ष भी रख दिया. अब अदालत ने पहली सुनवाई के दौरान नवाब मलिक को एक हलफनामा देने के लिए कहा था. अब उस हलफनामे में इस बात की पुष्टि करनी थी कि मलिक द्वारा लगाए गए आरोपों को सही तरीके से वेरीफाई किया गया था. अब नवाब मलिक ने वो अहम हलफनामा अदालत को सौंप दिया है. उन्होंने जोर देते हुए कहा है कि वानखेड़े के बर्थ सर्टिफिकेट से लेकर शादी के डॉक्यूमेंट तक, हर दस्तावेज को उनके द्वारा पहले वेरीफाई किया गया. नवाब मलिक कहते हैं कि मेरे हलफनामे के दो हिस्से हैं. उन्होंने कहा कि पहला हिस्सा वानखेड़े के बर्थ सर्टिफिकेट और पहली शादी के निकाह नामा से संबंधित हैं. वहीं दूसरे हिस्से में उन ट्वीट को लेकर जानकारी है जो मैंने सोशल मीडिया पर साझा किए थे. बर्थ सर्टिफिकेट को लेकर बताया गया है कि इसका रिकॉर्ड ग्रेटर मुंबई के Municipal Corporation के पास मौजूद है. वहीं पहली शादी के कागज उन्हें वानखेड़े की पहली पत्नी के किसी रिश्तेदार के माध्यम से मिले हैं. इस सब के अलावा हलफनामे में साफ कहा गया है कि नवाब मलिक अपने आरोपों पर भी अडिग हैं और सभी दस्तावेज़ों को भी बिल्कुल सटीक मानते हैं. नवाब मलिक की मुश्किलें बढ़ीं.., अमृता फडणवीस ने भेजा लीगल नोटिस, दिया 48 घंटे का अल्टीमेटम भाजपा के 12 विधायकों पर लटकी अयोग्य होने की तलवार, इस राज्य में लग सकता है झटका पंजाब विधानसभा में लड़ पड़े सिद्धू और अकाली दल के सदस्य, हाथापाई तक पहुंची नौबत