लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (69) को मंगलवार को पाकिस्तान की जवाबदेही अदालत के आदेश पर लाहौर की कोट लखपत जेल भेजा गया. मंगलवार को शरीफ का जन्मदिन भी था. जवाबदेही न्यायालय ने एक दिन पहले भ्रष्टाचार से सम्बंधित अल-अजीजिया स्टील मिल केस में उन्हें सात साल कैद की सजा सुनाई थी. मंगल पर मानव मिशन की योजना को इन्होने बताया 'मूर्खतापूर्ण' शरीफ को पहले रावलपिंडी की अदियाला जेल में ले गए थे, लेकिन उन्होंने अपने परिजनों और डॉक्टर के लाहौर में स्थित होने का हवाला देते हुए अदालत से कोट लखपत जेल भेजे जाने का आग्रह किया था, जिसे अदालत द्वारा स्वीकार कर लिया गया. जेल अधिकारियों के मुताबिक, शरीफ को उसी बैरक में रखा गया है, जिसमें कभी पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी भी भ्रष्टाचार के आरोपों में बंद रह चुके हैं. शरीफ को एक गद्दा, एक मेज, दो कुर्सी, टीवी और अखबार भी जेल में उपलब्ध रहेंगे. गुरूवार से तीन दिवसीय भारत दौरे पर रहेंगे भूटान पीएम गौरतलब है की पिछले साल पनामा पेपर्स केस में पीएम पद गंवाने के बाद शरीफ और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार के तीन मामले दर्ज किए गए थे, लंदन में चार आलीशान फ्लैट से सम्बंधित आय से ज्यादा संपत्ति के मामले में उन्हें पहले ही 11 साल की सजा सुनाई जा चुकी है. अल अजीजिया स्टील मिल में सजा मिलने के बाद भी शरीफ खुद को निर्दोष बता रहे हैं. उनके वकीलों का कहना है कि इस फैसले को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में चुनौती दी जाएगी. खबरें और भी:- कपिल देव बनने के लिए ट्रेनिंग ले रहे हैं रणवीर सिंह, इस तरह कर रहे हैं खास तैयारी इंडोनेशिया : मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 380, राहत कार्य में जुटे है हजारों सैन्यकर्मी नवाज़ शरीफ का असली चेहरा बेनकाब, जो अब भी उसके पक्ष में वो शर्म करें- पाकिस्तान मंत्री