पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दिन अब लद चुके है, पाकिस्तान की सियासत में उनकी अब कोई खास अहमियत तो रही नहीं थी सी में में सुप्रीम कोर्ट के लगातार सख्त रवैये से भी नवाज़ परेशान इन सब के बीच अब प्रधानमंत्री पद छीनने के बाद उन्हें देश में सत्तारुढ़ पार्टी के प्रमुख पद से भी बर्खास्त कर दिया गया है. पाक की शीर्ष अदालत ने यह कहते हुए शरीफ को सत्तारुढ़ पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया कि बतौर पार्टी प्रमुख वह सभी फैसले लेते हैं जो गलत और अवैध है. मुख्य न्यायाधीश जस्टिस साकिब निसार की अगुवाई में 3 सदस्यीय बेंच पाकिस्तानी संसद की ओर से पारित किए गए इलेक्शन एक्ट 2017 के खिलाफ फैसला सुनाया. इस कानून के तहत वह प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य ठहराए जाने के बाद भी पार्टी प्रमुख के तौर पर काम कर सकते हैं. उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल जुलाई में प्रधानमंत्री पद से हटने का आदेश दिया था. कोर्ट के फैसले पर शरीफ ने कहा कि उनका परिवार न्याय के नाम पर ज्यादा शोषण का शिकार रहा है. पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर्स में नाम आने के बाद अपना फैसला सुनाते हुए शरीफ को प्रधानमंत्री पद पर बने रहने को गलत ठहराया और अयोग्य करार दे दिया. मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि यह फैसला इसलिए लिया गया है कि शरीफ ने सीनेट के लिए टिकटों का चयन किया है जो कि अवैध है. अब इस फैसले के बाद 3 मार्च को सीनेट के लिए होने वाले चुनाव पर संकट के बादल छा गए हैं. भारत को न्याय सिखलाता पाकिस्तान पाक के साथ भारत को भी यूनिसेफ की चेतावनी पाक की हाफिज पर कार्यवाही ढोंग तो नहीं ?