इस्लामाबाद: पाकिस्तान में जल्द ही सत्ता परिवर्तन होने वाला है, पाकिस्तान-तहरीक-ए-पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान 11 अगस्त को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं. किन्तु इस सत्ता परिवर्तन का असर अभी से दिखाई देने लग गया है. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को जेल में डालने के बाद अब पाकिस्तानी अधिकारीयों ने नवाज़ के बेटे हसन और हुसैन का नाम ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है, साथ ही उनके पाकिस्तानी पासपोर्ट पर यात्रा करने पर भी रोक लगा दी गई है. दाऊद का 'मुन्ना' भारतीय नागरिक घोषित, जल्द लाया जाएगा भारत मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लंदन में रह रहे दोनों भाइयों को उस वक्त कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर दिया था जब वे भ्रष्टाचार के तीन में से एक भी मामले में पेश नहीं हुए. जुलाई 2017 में सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद नवाज के साथ ही दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया गया था. इमरान के ये 5 चहेते, पा सकते हैं उनके कैबिनेट में जगह पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक भ्रष्टाचार रोधी संस्था राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने हसन और हुसैन के नामों को निकास नियंत्रण सूची में डालने की अपील की थी. एनएबी ने इमिग्रेशन और पासपोर्ट निदेशालय से भी आग्रह किया. जिसके बाद उनके पासपोर्ट पर रोक लगा दी गई और उनके नाम ब्लैक लिस्ट में डाल दिए गए हैं. इससे पहले पिछले सप्ताह संघीय जांच एजेंसी ने भी इंटरपोल से हसन और हुसैन के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने की मांग की थी. आपको बता दें कि नवाज़ शरीफ और उनकी बेटी मरियम इस्लामाबाद की अदियाला जेल में क़ैद हैं. खबरें और भी:- इमरान खान की सौतेली बेटी को मिला मंत्री पद पाकिस्तान की नई सरकार सिंधु जल विवाद पर विश्व बैंक की शरण में डोनाल्ड ट्रम्प ने इंद्रा नूई को कहा दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिलाओं में से एक