इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने अपने विरोधियों से कहा है कि, वे चाहे जो भी कर लें, पर उन्हें सजा नहीं दिलवा पाएंगे. यह बात पनामा पेपर्स घोटाले में 17वीं बार पेश हुए शरीफ ने मंगलवार को कही. गौरतलब है कि भ्रष्टाचार रोधी अदालत के सामने पनामा पेपर्स घोटाले में सुनवाई का सामना करने के लिए 17वीं बार पेश हुए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मंगलवार को अपने विरोधियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे चाहे जो भी कर लें, पर उन्हें सजा नहीं दिलवा पाएंगे.शरीफ अपनी बेटी मरियम और दामाद कैप्टन (सेवानिवृत्त) मोहम्मद सफदर के साथ इस्लामाबाद स्थित जवाबदेही अदालत में पेश हुए. सुनवाई की शुरूआत में अदालत को सूचित किया गया कि मानवाधिकार कार्यकर्ता अस्मा जहांगीर का रविवार को लाहौर में निधन होने के बाद तीन दिवसीय शोक के मद्देनजर वकील अदालतों में नहीं आ रहे हैं.राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के वकील ने आपत्ति जताते हुए कहा कि, गवाह बयान के लिए उपस्थित हैं, लेकिन न्यायाधीश मोहम्मद बशीर ने मामले की सुनवाई को 15 फरवरी तक टाल दिया . आपको बता दें कि, नवाज़ शरीफ और उनके पारिवारिक सदस्य लंदन में सम्पत्तियों के स्वामित्व के सम्बन्ध में क़ानूनी कार्रवाई का सामना कर रहे हैं वहीं पाकिस्तान की उच्चतम न्यायालय नवाज़ को अघोषित आय के मामले में पहले ही दोषी ठहरा चुकी है, जिसके बाद उन्हें जुलाई 2017 को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. रूस विमान हादसे की यह थी वजह हाफिज तैयार कर रहा मासूम आतंकी क्या सचमुच उत्तर कोरिया से डरता है अमेरिका