पटना। नोटबंदी के दौर में सरकार ने कालेधन पर लगाम लगाने के लिए तरह तरह के प्रयास करना प्रारंभ कर दिया है। इस दौरान आयकर विभाग के अधिकारी ने कहा कि सरकार द्वारा बिहार और झारखंड में 600 संदिग्ध जनधन खातों की जांच की है। जिसमें करीब 10.8 करोड़ रूपए जमा होने की बात सामने आई है इतना ही नहीं यह बात भी सामने आई है कि ये खाते नक्सलियों के हो सकते हैं। इस मामले में बिहार और झारखंड में करीब 600 जनधन खातों की नक्सली जांच किए जाने की बात सामने आई है। इस दौरान यह भी कहा गया कि करीब 1 लाख रूपए से 3 लाख रूपए तक के नोट जमा किए गए हैं। इस मामले में यह बात सामने आई है कि झारखंड और बिहार में नोटबंदी के बाद आरा में एक खाते में करीब 40 लाख रूपए डिपाॅज़िट करवाए गए। इस दौरान विभिन्न खातों पर रोक लगा दी गई। इतना ही नहीं दोनों ही राज्यों में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना वर्ष 2016 हेतु कराधान व निवेश व्यवस्था का प्रारंभ करने के अवसर पर मीडिया से चर्चा भी की। इस मामले में प्रशांत भूषण द्वारा कहा गया कि 600 खातों की जांच के तहत नक्सली संबंध स्थापित हो जाता है तो फिर इस तरह के खातों पर रोक लगाई जा सकती है। इस मामले में आयकर आयुक्त सुब्रत सरकार द्वारा कहा गया कि आखिर 1 हजार रूपए और 500 रूपए के नोट बंद हो जाने के बाद वहां पर नकदी जमा हुई। आखिर इसमें धार्मिक और सामाजिक ट्रस्ट भी शामिल हैं। नोटबंदी को लेकर विपक्ष लामबंद, 16 दल करेंगे बैठक राहुल का वार : नोटबंदी के आधार पर देश बांट रहे है PM मोदी