मुंबई: महाराष्ट्र में शनिवार तड़के देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री और अजित पवार के डिप्टी सीएम बनने के साथ ही प्रदेश में सियासी तूफ़ान उठ खड़ा हुआ है। अधिकतर लोग और पार्टियां इस घटनाक्रम को लेकर हैरान हैं। इसी बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) चीफ शरद पवार ने सियासत का पारा यह कहकर और चढ़ा दिया कि उनकी पार्टी नवगठित सरकार के साथ नहीं है, अजित पवार ने भाजपा को समर्थन दिया है। एनसीपी ने शाम साढ़े चार बजे अपने सभी विधायकों की मीटिंग बुलाई है। अजित पवार के डिप्टी सीएम बनने और एनसीपी चीफ शरद पवार का बयान आने के बाद पार्टी में दो फाड़ की अटकलों ने जोर पकड़ लिया है, हलांकि अभी इसको लेकर संशय बरक़रार है। एनसीपी चीफ शरद पवार ने ट्वीट करते हुए कहा कि, ''महाराष्ट्र में सरकार के गठन के लिए भाजपा को समर्थन देने का अजित पवार का फैसला उनका व्यक्तिगत फैसला है। यह NCP का फैसला नहीं है। हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि हम इस निर्णय का समर्थन नहीं करते।'' चुनाव नतीजे के बाद पूरे सियासी घटनाक्रम में मजबूती के साथ सक्रिय रहे शिवसेना के सांसद संजय राउत ने अजित पवार को लेकर नाराजगी जाहिर की है। संजय राउत ने कहा कि, ''अजित पवार ने शिवसेना की पीठ में छुरा घोंपा है। सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ मिलना विश्वासघात है।'' उन्होंने आगे कहा, ''अजित पवार के फैसले में NCP चीफ शरद पवार की मंजूरी नहीं है।'' हांगकांग : आंदोलनकारी छात्रों ने किया समर्पण, पुलिस ने जारी रखी घेराबंदी नवाज़ शरीफ पर इमरान खान का तंज, कहा- फ्लाइट को देखते ही ठीक हो गए क्या ? अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने साफ किया अपना रूख, महाभियोग की सुनवाई के लिए करना पड़ेगा ये काम