मुंबई: रविवार का दिन महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ी हलचल वाला रहा है। सूबे की राजनीति में भीष्म पितामह का कद रखने वाले शरद पवार को करारा झटका लगा है तथा उनके भतीजे अजित पवार न 9 विधायकों सहित एकनाथ शिंदे सरकार जॉइन कर ली। बताया जा रहा है कि उन्हें NCP के कम से कम 40 विधायकों का समर्थन हासिल है। वह विधायकों के साथ ही अचानक राज्यपाल भवन पहुंचे तथा सरकार को समर्थन की घोषणा कर दी। तत्पश्चात, कुल 9 विधायकों ने मंत्री पद की आनन-फानन में ही शपथ ले ली। अब NCP इन विधायकों के खिलाफ ऐक्शन की मांग लेकर विधानसभा स्पीकर के दरवाजे पर पहुंची है। NCP के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि उन्होंने विधायकों को अयोग्य करार देने के लिए स्पीकर को चिट्ठी लिखी, जिन्हें गठबंधन सरकार में मंत्री बनाया गया है। पार्टी की अनुशासन समिति को इन विधायकों की बगावत का मामला भेजा गया था। अनुशासन समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश दांडेगांवकर ने कहा कि इन लोगों की हरकत अवैध है। इन्हें ऐसा करने से बचना चाहिए था। इन लोगों ने पार्टी एवं शरद पवार साहब को अंधेरे में रखा था। पार्टी ने ईमेल के माध्यम से विधानसभा स्पीकर से अपील की है कि विधायकों को अयोग्य करार दिया जाए। जितेंद्र अव्हाड ने कहा कि जल्दी ही इस सिलसिले में फिजिकली पत्र सौंपा जाएगा। पाटिल ने कहा कि हमने स्पीकर राहुल नार्वेकर से कहा कि वह तत्काल ही मामले की सुनवाई करें तथा ऐक्शन लें। उन्होंने कहा कि हमने इस मामले में चुनाव आयोग से भी संपर्क साधा है। इस बीच शरद पवार खुद को बेफिक्र दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। वह आज महाराष्ट्र के ही सतारा जिले के कराड में एक जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। यहां वह यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे तथा फिर जनता को संबोधित करेंगे। शरद पवार अपनी पत्नी प्रतिभा, पोते रोहित पवार, NCP की राज्यसभा सांसद वंदना चव्हाण सहित कई नेताओं के साथ सतारा के लिए निकले हैं। अजित पवार के साथ अब तक ये विधायक हुए शामिल, जानिए शरद पवार के पाले में कौन है? अब अरुणचल प्रदेश पर AK की नज़र, सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी AAP, इन मुद्दों पर होगा दंगल लखनऊ से कांग्रेस पर बरसे अमीत शाह, दिलाई सर्जिकल स्ट्राइक की याद