कोल्हापुर। पूर्व केेंद्रीय मंत्री शरद पवार केंद्र सरकार के विरोध में आ गए हैं। दरअसल उन्होंने कहा है कि सरकार ने जो नए नोट जारी किए हैं वे पर्याप्त मात्रा में लोगों को नहीं मिल रहे हैं। हालात ये हैं कि विमुद्रीकरण के कारण लगभग 8600 करोड़ रूपए के पुराने नोट जो कि चलन से बाहर हो गए हैं वे अभी भी सहकारी बैंकों के पास हैं और केंद्र सरकार सहकारी बैंकों को ये नोट उपलब्ध नहीं करवा रही है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत4 अधिक परेशानी हो रही है। न्यायालय ने जो निर्देश दिए थे उसका पालन नहीं हो रहा है अब ऐसे में हमें सोमवार को न्यायालय जाना होगा। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि इस मामले में वे सर्वोच्च न्यायालय जाऐंगे। उनका कहना था कि न्यायालयीन कार्य के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम को अभिभाषक नियुक्त किया है। इस मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख ने कहा कि मुंबई महानगर पालिका में शिवसेना और भाजपा के बीच विवाद होने से राज्य विधानसभा में भी गठबंधन कमजोर हो गया है। उन्हांने कहा कि हो सकता है महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनावों का सामना करने को मिले। उन्होंने अपनी पार्टी द्वारा भाजपा को समर्थन देने की अटकलों को नकार दिया। राष्ट्रपति बनने की इच्छा पर कुछ इस तरह फूटे शरद पवार के बोल गणतंत्र दिवस की बधाई के साथ केजरीवाल ने किया पीएम मोदी पर कटाक्ष शरद पवार व मुरली मनोहर जोशी होंगे पद्म विभूषण से सम्माानित