नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में नागरिकता बिल के विरुद्ध जारी प्रदर्शन के बीच दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी का अहम बयान आया है. जंहा उन्होंने कहा है कि नागरिकता संसोधन बिल और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर में अंतर है. साथ ही कहा है कि नागरिकता संसोधन कानून तो बन गया है, लेकिन एनआरसी कानून नहीं बना है. CAB Delhi Protest: जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि देश की राजधानी में नागरिकता कानून के खिलाफ जारी प्रदर्शन के बीच दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी का अहम बयान आया है. जंहा उन्होंने कहा है कि नागरिकता संसोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर में अंतर है. वहीं जिसके साथ ही कहा है कि नागरिकता संसोधन कानून तो बन गया है, लेकिन एनआरसी कानून नहीं बना है. उन्होंने यह भी कहा कि विरोध प्रदर्शन करना हमारा अधिकार है और हमें इससे कोई वंचित कर सकता है. लेकिन उन्होंने प्रदर्शनकारियों को यह भी नसीहत दी है कि प्रदर्शन के दौरान लोग अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखे. वही इस बात पर गौर फ़रमाया गया है कि बीते मंगलवार यानी 17 दिसंबर 2019 को पूर्वी दिल्ली के दरियागंज, जाफराबाद और सीलमपुर समेत आधा दर्जन इलाकों में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया था. इस दौरान 20 से अधिक लोग घायल हुए तो कई वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई. नेताओं ने कहा, हिंसा में बाहरी लोगों का हाथ: हम आपको बता दें कि पूर्वी दिल्ली के दरियागंज, सीलमपुर और जाफराबाद इलाके में हुई हिंसा की घटना के लिए राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने बाहरी लोगों को जिम्मेदार बताया है. नेताओं ने पुलिस से कहा है कि इस घटना के लिए सीलमपुर, जाफराबाद और वेलकम इलाके के लोग जिम्मेदार नहीं है. बाहरी लोगों ने रैली में सम्मलित होकर माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की है. सीलमपुर के पूर्व विधायक व मंगलवार को सीएए के विरोध में रैली निकालने वाले चौधरी मतीन ने फेसबुक पर एक वीडियो जारी कर कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से रैली निकाली गई, बाहरी लोग जो कि रैली में शामिल नहीं थे. जंहा यह लोग पहले से सड़क पर खड़े थे, जिन्होंने भीड़ में शामिल होकर पथराव किया है. पकिस्तान के पीएम ने पैसों के लिए लुप्त जीव का शिकार करने की दी अनुमति... चिन्मयानंद केस: दोषी और उसके दोस्तों की पेशी आज... आज भारत और अमेरिका के मध्य होगी 2 + 2 की वार्ता, सुरक्षा संबंधों पर करार संभव