त्रिपोली: हाल ही में लीबिया के करीब 900,000 लोगों को 2020 में मानवीय राहत के लिए सहयोग की जरूरत होगी. यह जानकारी मानवीय मामलों का प्रबंधन करने वाले संयुक्त राष्ट्र के मानवीय राहत कार्यालय(OCHA) की ओर से दी गई है. मीडिया रिपोर्ट में UNOCHA का हवाला देते हुए बताया कि इनमें ऐसे मजबूर और कमजोर लोग शामिल हैं जिन्‍हें सहायता की सबसे अधिक जरूरत है. वहीं रिपोर्ट में बताया गया है, ‘लीबिया में 897,000 लोग ऐसे हैं जिन्‍हें अगले साल 2020 में सहयोग की आवश्‍यकता है. इनमें विस्‍थापित, रिफ्यूजी, प्रवासी, युद्ध से प्रभावित लोग हैं. इन्‍हें साफ पेयजल, चिकित्‍सा सेवा, सुरक्षित आवास मिलना अति आवश्‍यक है.’ सूत्रों का कहना है कि बुनियादी आवश्‍यकताएं जैसे साफ पेयजल, चिकित्‍सा सेवा, सुरक्षित आवास मिलना अति आवश्‍यक है.’ UN कार्यालय ने भी आकलन किया कि 48,000 रजिस्‍टर्ड रिफ्यूजी और शरणार्थी समेत 655,000 शरणार्थी और प्रवासी लीबिया में हैं. हालांकि शरणार्थी और प्रवासी सुरक्षा खतरों, मानवाधिकार उल्‍लंघन, शोषण और प्रताड़ना के आसानी से शिकार हो सकते हैं. जहां OCHA ने बताया, ‘जरूरतमंद लोगों की पहचान कर स्‍थानीय संशाधनों को सुनिश्चित कराने को लेकर उन्‍हें सहयोग उपलब्‍ध कराने के लिए अंतरराष्‍ट्रीय मानवीय समुदाय ने स्‍थानीय अधिकारियों, राष्‍ट्रीय एनजीओ व सिविल सोसायटी आर्गेनाइजेशन के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई है. वर्ष 2011 में पूर्व नेता मुअम्मर गद्दाफी के पतन के बाद से लीबिया लगातार बढ़ती हिंसा, अशांति और राजनीतिक अस्थिरता झेल रहा है. विश्व ऊर्जा संरक्षण दिवस से जुड़ी कुछ ख़ास बातें, जानें क्यों है जरुरी... अमेरिका : राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किल बड़ी, महाभियोग चलाने का रास्ता साफ टीनेज कार्यकर्ता का डोनाल्ड ट्रंप ने उड़ाया मजाक, पत्नी ने उल्ट किया काम