कहते हैं कि अपने साथ घटी किसी घटना से व्यक्ति सबक लेता है.लेकिन पंजाब नेशनल बैंक से अरबों रुपये का लोन लेकर फरार हुए नीरव मोदी ने इससे कोई सबक नहीं सीखा है. उसने अकड़ बताते हुए चोरी के बाद सीनाजोरी दिखाते हुए ईडी से सवाल किया है कि मेरा पासपोर्ट क्यों रद्द किया . बता दें कि नीरव मोदी ने प्रवर्तन निदेशालय को भेजे ईमेल में यह लिखा कि ईडी ने उसे जांच के लिए बुलाया है, लेकिन पासपोर्ट अथॉरिटी ने पासपोर्ट रद्द कर दिया है. अब ऐसे में जांच के लिए वह कैसे आएगा. सबसे पहले अथॉरिटी को यह बताना होगा कि मेरा पासपोर्ट क्यों रद्द किया गया है. यही नहीं उल्टे सरकारी विभागों पर ही आरोप लगा दिए. उल्लेखनीय है कि नीरव ने आरोप लगाया है कि जिस तेजी से उसके खिलाफ कार्रवाई की गई है, उससे यह तय है कि उसके खिलाफ फैसला पहले ही ले लिया गया . पासपोर्ट रद्द करना भी इसी कड़ी का हिस्सा है. नीरव ने कहा कि उससे बिना बात किये जांच एजेंसियों ने एकतरफा निर्णय ले लिया. वहीं उसके वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि उन्हें अभी तक पासपोर्ट रद्द करने संबंधी दस्तावेज नहीं मिले हैं.उन्होंने ईडी के फैसले के खिलाफ हाइकोर्ट जाने की भी बात कही. यह भी देखें पीएनबी घोटाले के साइड इफेक्ट नीरव के ऋण संग्रह पर अमेरिकी अदालत की अंतरिम रोक