काठमांडू: भारत ने नेपाल से पाम तेल के इम्पोर्ट पर रोक लगाई हुई है जो कि उसकी सबसे अधिक निर्यात होने वाली वस्तु है। जिसके बाद नेपाल सरकार ने औपचारिक रूप से भारत से बैन हटाने का आग्रह किया है। शुक्रवार को नेपाल के वाणिज्य और आपूर्ति सचिव बैकुंठ आर्यल ने कहा है कि नेपाल का पाम तेल भारतीय बाजार में दखल नहीं दे रहा है। इसके बाद शनिवार को नेपाल के वित्त मंत्री युबा राज खातीवाडा ने पाम तेल पर लगे बैन को लेकर कहा कि, 'भारत में हमारे एक्सपोर्ट का 25 प्रतिशत पाम तेल उद्योग से संबंधित है, जिससे हमारे उद्योग पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। इसे लेकर पहले कोई संकेत नहीं दिए गए थे, इसलिए यह एक झटके की तरह था।' नेपाल के वित्त मंत्री ने आगे कहा कि, 'हमें आशा है कि भारत सरकार अपने निर्णय पर पुनर्विचार करेगी। हम इस पर अपने राजनयिक चैनल के माध्यम से वार्ता कर रहे हैं। यदि आवश्यकता पड़ेगी तो हम राजनीतिक चैनल के जरिए भी बात करेंगे।' भारत में पाम तेल भेजने से पहले नेपाली कारोबारी मलेशिया और इंडोनेशिया से कच्चे पाम तेल का इम्पोर्ट करते हैं। फिर इसका प्रोसेस और पैकेज किया जाता है। इस तेल की ओर व्यापारी इसलिए आकर्षित हुए हैं क्योंकि भारत ने मलेशिया और इंडोनेशिया के पाम तेल पर 40 फीसद का इम्पोर्ट शुल्क लगाया हुआ है। वहीं नेपाल के तेल पर छह फीसद का आयात शुल्क लगता है। मलेशिया और इंडोनेशिया विश्व के सबसे बड़े पाम तेल उत्पादक देश हैं। प्रीतम ने बनाया अपने बैंड के साथ विश्व रिकॉर्ड,1046 कलाकारों को सलाम पूर्वी तुर्की में भूकंप का कहर, 18 की मौत लगातार बढ़ रही इस रहस्यमयी बीमारी की मार, मरने वालों की संख्या 41 पार