काठमांडू: पड़ोसी देश नेपाल ने अपने देश में राष्ट्रीय जनगणना (Census) कार्यक्रम का आगाज़ कर दिया है. जनगणना के जरिए एक बार फिर नेपाल विवादित इलाके लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा पर अपना अधिकार जताने का प्रयास कर रहा है. नेपाली अधिकारियों ने कहा है कि वे विवादित इलाके में राष्ट्रीय जनगणना कराने के लिए भारतीय अधिकारियों ''संपर्क करने'' का प्रयास कर रहे हैं. नेपाल के केंद्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (CBS) के महानिदेशक नबीन लाल श्रेष्ठ ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि, 'हम उन तीन क्षेत्रों में जनगणना करने के लिए, विदेश मंत्रालय के जरिए भारतीय अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं.' नबीन लाल श्रेष्ठ ने कहा कि वह विवादित इलाकों से जानकारी जुटाने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए, सैटेलाइट टेक्नोलॉजी का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं. CBS के सूचना अधिकारी तीर्थ चौलागई ने कहा कि, 'हमें डेटा एकत्रित करने के लिए क्षेत्र में प्रवेश करना है, जिसके लिए वहां तैनात भारतीय सुरक्षा कर्मियों से इजाजत की ज़रूरत है.' उन्होंने कहा कि हम इसके लिए राजनयिक स्तर पर कोशिश कर रहे हैं. चौलागाई के अनुसार, विवादित क्षेत्र के पांच गांवों में लगभग 700 से 800 लोग रहते हैं. उन घरों को जनगणना के लिए लिस्ट किया गया है. महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की हिरासत बढ़ी, 100 करोड़ की वसूली का मामला छात्रों ने सजाई बेरोजगारी की झांकी, सरकार पर RJD का तंज- बिहार को नीतीश सरकार ने... बेहोश शख्स को लेडी पुलिस ने कंधे पर लादकर पहुँचाया अस्पताल, अब CM स्टालिन ने किया सम्मानित