आचार्य चाणक्य ने ऐसे 3 स्थानों का वर्णन नीति शास्त्र में किया है जहां कभी अपना निवास नहीं करना चाहिए. आचार्य चाणक्य के मुताबिक, जो भी मनुष्य इन स्थानों पर घर लेता है या बनवाता है वह हमेशा परेशान रहता है. आचार्य चाणक्य बोलते हैं कि जब इंसान को कहीं लेना या बनाना हो तो सबसे पहले वहां रोजगार का साधन देखना चाहिए. घर हमेशा ऐसे स्थान पर होना चाहिए जहां रोजगार का बेहतर साधन हो. आदमी सरलता से नौकरी या कारोबार कर पाए. आचार्य चाणक्य के मुताबिक, जिस क्षेत्र में रोजगार का साधन नहीं होगा तो आपको जीवन भर इसका पछतावा रह सकता है. आचार्य चाणक्य बोलते हैं कि जहां रोजगार का साधन अच्छा नहीं होता है उन क्षेत्रों में रहने वाले लोग गरीबी का शिकार होते हैं. वहीं आचार्य चाणक्य बोलते हैं कि ऐसी जगह पर कभी घर नहीं बनाना चाहिए जहां कानून एवं लोक लाज का कोई डर न हो. ऐसी जगह घर बनाने से आपको बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए घर लेने या बनाने से पहले ठीक से पड़ताल कर लें. वहीं मनुष्य को कभी ऐसे स्थानों पर नहीं रहना चाहिए जहां दुष्ट किस्म के लोग रहते हों, ऐसे क्षेत्रों में कभी भी संकट आ सकता है. रक्षाबंधन से लेकर जन्माष्टमी तक... अगस्त में पड़ेंगे ये प्रमुख व्रत-त्योहार कब है हरियाली अमावस्या? जानिए सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजाविधि जानिए क्या है सावन में रुद्राक्ष धारण करने का विशेष महत्व?