नई दिल्ली : देश में नई पीढ़ी को सरदार वल्लभभाई पटेल से परिचित नहीं कराया गया यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर आयोजित रन फॉर यूनिटी को रवाना करने से पहले हुए सम्बोधन में कही . इस मौके पर करीब 15 हजार से अधिक लोगों को एकता की शपथ भी दिलाई गई. इसके पश्चात सरदार पटेल स्टेडियम से रन फॉर यूनिटी दौड़ को रवाना किया गया. उल्लेखनीय है कि यह दौड़ सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में देश की एकजुटता के लिए आयोजित की गई है. इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति वेंकैया, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर भी मौजूद थे . सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. इस मौके पर पीएम मोदी ने पटेल की जन्म जयंती के साथ ही इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि का भी स्मरण किया. पीएम ने सरदार पटेल की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस महापुरुष ने आजादी के बाद अपनी दूर दृष्टि और कौशल-दृढ़शक्ति से देश को एकसूत्र में बांधा. सैकड़ों राजे-रजवाड़े को भारत में मिलाया और अंग्रेजों के मंसूबों को नाकामयाब किया ऐसे सरदार पटेल के व्यक्तित्व से देश की नई पीढ़ी को परिचित ही नहीं कराया गया.बल्कि उनके नाम को छोटा करने की कोशिश की गई .लेकिन देश में उनका महत्व कम नहीं होगा.उनके काम पीढ़ियों तक जाने जाएं, इसलिए यह रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया है .मोदी ने कहा कि जब तक देश की विविधता से खुद को नहीं जोड़ेंगे , तो राष्ट्र निर्माण में उसका उपयोग नहीं हो पाएगा. यह भी देखें पीएम मोदी छात्रों संग करेंगे योग एक बार फिर बाबा ने बुलाया है - मोदी