पीएम मोदी के 2022 तक के न्यू इंडिया के सपने को साकार करने के लिए जल्द ही अति पिछड़े जिलों का कायाकल्प किया जाएगा. इनके तेज़ी से विकास के लिए पीएम मोदी ने खुद पहल करते हुए नीति आयोग को इनके विकास का पूरा खाका तैयार करने का निर्देश भी दिया. शुक्रवार को पीएम मोदी दिल्ली के डॉ. अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय संस्थान में समारोह के बाद इसका औपचारिक ऐलान करेंगे. इसके लिए कुल 115 जिले चुने गए हैं, जिनमें वामपंथी नक्सलवाद से प्रभावित 35 जिले भी शामिल हैं. राज्य के मुख्य सचिवों की अध्यक्षता में एक समिति भी बना दी गई है बनाई गई है, जो विकास की योजनाओं को क्रियान्वित करेगी. केन्द्र सरकार के अतिरिक्त सचिवों और संयुक्त सचिवों को इन पिछड़े जिलों का ऑफिसर इन चार्ज बनाया गया है. ये अधिकारी केन्द्र और राज्य सरकारों को बीच समन्वय का काम देखेंगे और साथ ही जिलों में जाकर विकास कार्यों का ब्यौरा रखेंगे. पीएम मोदी ने कहा है कि इन जिलों को अति पिछड़े जिले बुलाने के बजाय एसपिरेशनल डिस्ट्रिक्ट कहा जाए. इन 115 जिलों में झारखंड से सबसे ज्यादा 19 जिले, फिर बिहार से 13, छत्तीसगढ से 10, मध्यप्रदेश, यूपी और ओडीशा से 8-8 जिले, असम से 7, महाराष्ट्र से 4, बंगाल से 5 के साथ आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से 3-3 जिले चुने गए हैं. पीएम मोदी आज इसका ऐलान करेंगे. मोदी की तस्वीर लगाने से मदरसों का इंकार राहुल गांधी ने 'मेक इन इंडिया' का मजाक उड़ाया पीएम मोदी को तोहफे में खास जीप देंगे नेतन्याहू