उत्तराखंड में शुरू हुई नई पहल,भीख मांगना छोड़ा

उत्तराखंड शहर में गरीब,कूड़ा बीनने और भीख मांगने वाले बच्चों के लिए डे केयर सेंटर द्वारा बहुत  ही अनूठी पहल चलाई जा रही है. डे केयर सेंटर द्वारा चलाई जा रही इस मुहीम में ऐसे बच्चों को समाज से जोड़ने के लिए खेती ओर बागवानी के तौर तरीकों की जानकारी दी जा रही है  साथ ही खेल-खेल में सब्जियां उगाने व उनकी देखरेख करने की प्रक्रिया भी समझाई जा रही हैं .

शहर के महिला एवं बाल कल्याण विभाग के सहयोग से धरोहर संस्था द्वारा शहरों में कूड़ा बीनने व भीख मांगने वाले बच्चों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया गया. स्वसंचालित धरोहर संस्था के द्वारा फरवरी 2017 में डे केयर सेंटर शुरू किया था जिसके द्वारा अभी तक कई बच्चो के जीवन को दिशा दी गई है. धरोहर बाल आश्रय गृह की नायाब पहल बच्चों में पेड़-पौधों के प्रति जुड़ाव पैदा पैदा करने का काम कर रही है. सेंटर ने अपनी इस नई पहल के तहत मकान की छत में किचन गार्डन विकसित किया है.

धरोहर संस्था के को-ऑडिनेटर प्रकाश चंद्र पांडे ने बताया कि फ़िलहाल में 49 बच्चे सेंटर में आते हैं जो किचन गार्डन विकसित करने के आईडिया में पूरी तरह बाद चढ़कर भाग ले रहे है और इस काम से उन्हें काफी उत्साहित महसूस हो रहा है.किचन गार्डन होने से बच्चों को ताजा व पौष्टिक भोजन भी मिल जाता है.रोजाना दिन में आठ घंटे सेंटर में रहने वाले बच्चों को दोपहर का खाना भी उपलब्ध कराया जाता है.

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