न्यूयॉर्क: न्यू जर्सी से दुष्कर्म के मामले में एक जज के फैसले पर विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल, 2017 में एक लड़के पर हाउस पार्टी के दौरान नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने का इल्जाम लगा था. कोर्ट के दस्तावेजों के अनुसार, 16 वर्षीय आरोपी ने रेप का वीडियो बनाया और कथित तौर पर अपने दोस्तों के साथ वीडियो भी साझा किया. लड़की के कई बार आग्रह करने के बाद भी वीडियो महीनों तक शेयर होता रहा. डॉक्युमेंट्स के अनुसार, लड़के ने अपने दोस्तों को मैसेज किया था- 'जब आपका पहली बार का रेप हो.' अभियुक्त पक्ष ने कई तर्क देकर अभियुक्त के खिलाफ जुवेनाइल के बजाय वयस्क के तौर पर ट्रायल चलाने का मांग की. हालांकि, जुलाई 2018 में एक पारिवारिक अदालत ने अनुरोध को अस्वीकार कर दिया और इसके पीछे जज ने जो तर्क दिया, उस पर अब अपील कोर्ट ने नाराजगी जताई है. मॉनमाउथ सुपीरियर कोर्ट के न्यायाधीश जेम्स ट्रोआनो ने कहा कि लड़के के कृत्य को अनिवार्य तौर पर दुष्कर्म नहीं कहा जा सकता है क्योंकि पारंपरिक दुष्कर्म मामलों में दो या दो से अधिक पुरुष शामिल होते हैं और हथियारों-बंदूकों के दम पर किसी को प्रताड़ित किया जाता है. न्यायाधीश ने कहा है कि लड़के के खिलाफ वयस्क के तौर पर मुकदमा नहीं चलाया जा सकता है क्योंकि वह अच्छे परिवार से ताल्लुक रखता है, जिसने उसे बेहतरीन स्कूल में डाला है. वह ईगल स्काउट से था, परीक्षा में उसके हमेशा अच्छे नंबर आते रहे हैं और वह किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन के लिए आगे बढ़ रहा था. न्यायाधीश ने कहा है कि लड़की और उसके परिवार को सोच-समझकर लड़के के खिलाफ इल्जाम लगाने चाहिए थे क्योंकि उसकी जिंदगी पर इसका बहुत बुरा प्रभाव पड़ सकता है. हालांकि, 14 जून को न्यू जर्सी सुपीरियर कोर्ट की अपील डिवीजन ने न्यायाधीश के फैसले को पलट दिया और इस मामले की सुनवाई के लिए वापस बेंच के पास लौटा दिया. ईरान बढ़ा रहा अपना यूरेनियम भंडार, अमेरिका ने दी सख्त चेतावनी अलकायदा के आतंकियों को आर्थिक मदद देने वाला गिरफ्तार, पाकिस्तान में चलता है NGO फर्टिलिटी क्लिनिक में महिला के साथ हुआ धोखा, दूसरे के दो बच्चों को दिया जन्म