इस वर्ष से छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी लोगों को डाक सेवा उपलब्ध हो सकेगी. सरकार चाहती है कि छत्तीसगढ़ के अधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में डाक सेवा उपलब्ध करवा कर इन इलाकों में विकास काम को आगे बढ़ाया जा सके. डाक सेवा शुरू होने से इलाके में सकारात्मक संदेश जाएगा. अधिक नक्सल प्रभवित इलाकों में डाक घर शुरू होने है को लेकर पोस्ट मास्टर जनरल छत्तीसगढ़ कहना है कि डाकघर शुरू करने के लिए विभाग पूरी तरह तैयार है. भर्ती प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है. बस हम गृह मंत्रालय और ग्रामीण मंत्रालय से मिलने वाले अलाॅटमेंट का इंतजार कर रहे हैं. राज्य में एक वर्ष के अंदर 755 नए डाक घर शुरू करने का लक्ष्य पूरा किया जाना है. ये नए डाकघर अधिक नक्सल प्रभावित इलाकों में खोले जा रहे हैं. बस्तर संभाग में 14 और दुर्ग संभाग में 6 नए डाकघर खुले हैं. भारतीय डाक ने 9 जनवरी से 15 जनवरी के बीच 20 नए डाकघर शुरू कर दिए हैं. अधिक नक्सल प्रभवित इलाकों में जो 755 नए डाक घर शुरू होना है. उनमें बस्तर जिले में 46 , राजनांदगांव में 236, बीजापुर में 105, कांकेर में 134, दंतेवाड़ा में 60, सुकमा जिले में 48, नारायणपुर में 46, और कोंडागांव में 66 नए डाकघर शुरू किये जाना है. आदिवासी कांग्रेस सम्मेलन में शिरकत करेंगे राहुल गांधी मानसून के सक्रीय होने में अभी और थोड़ा समय जंगली हाथी के हमले से एक व्यक्ति की मौत