भोपाल. प्रधानमंत्री मोदी ने सत्ता में आने से पहले घोषित किया था कि उनके आते ही अच्छे दिन आएगे, किन्तु अच्छे दिन तो दूर की बात दिन-ब-दिन हालात बिगड़ते नजर आ रहे है. पहले नोटबन्दी और अब पैसे निकालने पर भी चार्ज. यह चार्ज टैक्स के रूप में टैक्स नहीं सरकार की ओर से शुरू किया जा रहा टैक्स टेरेरिज्म है. एसबीआई सहित दो निजी बैंको ने कैशलेस ट्रांजेक्शन बढ़ाने के लिए बैंकों ने नए नियम जारी किए हैं.पैसे निकालने पर चार्ज आपके अकाउंट से कटेगा. इस निर्णय का सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सएप पर जमकर विरोध हो रहा है .जनता सोशल मीडिया पर तीखे कमेंट कर रहे हैं. कई लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली से इस मामले में दखल देकर चार्ज हटवाने की अपील की है. बता दे कि एचडीएफसी बैंक में 4 बार कैश लेनदेन मुफ्त इसके बाद 150 रुपए चार्ज किए जाएंगे. इस पर आपको अलग से टैक्स और सेस भी अदा करना होगा. इस मामले में नौकरी कर रहे विकास शर्मा ने कहा, लोग बैंक में पैसे जमा करने से बचेंगे और अधिक से अधिक नगद निकालने का चलन बढ़ेगा. ऐसे में किसी को सौ रुपए की जरुरत होगी तो भी एक से दो हजार रुपए निकालेंगे. बिजनेसमैन अशोक बुलानी के अनुसार, सरकार के निर्णय समझ के परे हैं. अब लोग फिर घर में कैश रखने पर मजबूर होंगे. इससे लोगों की मुसीबत और बढ़ेगी. निर्णय में बदलाव होना बहुत जरूरी है. ये भी पढ़े सभी बैंक बचत खाते 31 मार्च तक नेट बैंकिंग से जुड़ेंगे बैंकिंग परीक्षाओं में आते है बैंक से सम्बन्धित कुछ ऐसे प्रश्न लक्ष्मी विलास बैंक में आई भर्ती के लिए 6 मार्च आवेदन करने की अंतिम तिथि