अमरावती। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के मुख्य पेलोड सैटेलाइट कार्टोसैट 2 का प्रक्षेपण पीएसएलवी सी 40 का प्रक्षेपण आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से किया जाएगा। इसकी लाॅन्चिंग 10 जनवरी को होगी। साथ ही इसे 31 कृत्रिम उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। पोलर सैटेलाईट लांच व्हीकल राॅकेट से लांच होगा। इन सैटेलाईट्स में कार्टोसैट भी शामिल होगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसकी लाॅन्चिंग बेहद महत्वपूर्ण होगी। मिशन में 28 विदेशी नैनो सैटेलाइट के साथ भारत की कार्टोसैट 2 ए, नैनो सैटेलाइट व एक माइक्रो सैटेलाइट लांच की जाएगी। इस सैटेलाईट का रक्षा, मौसम विज्ञान और कृषि से जुड़ी जानकारियों को लेकर उपयोग किया जा सकेगा। इसे भारत के उपग्रह प्रक्षेपण के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। गौरतलब है कि इस वर्ष पीएसएलवी से नेविगेशन सैटेलाइट आईआरएनएसएस 1 एच की लांचिंग की गई थी मगर इसकी हीट शील्ड नहीं खुली थी, ऐसे में यह सैटेलाईट राॅकेट के चैथे चरण में ही अंतरिक्ष में पहुंच गया था। मगर इस असफलता के बाद अब इसरो नए मिशन की तैयारी में है और पूरे प्रयास किए जा रहे हैं कि यह मिशन सफल हो जाए। इसरो कार्टोसैट श्रेणी के सैटेलाईट को लांच कर अपने लिए वर्ष की सफलता की शुरूआत करेगा। इसरो द्वारा कई महत्वपूर्ण मिशन प्रारंभ किए गए हैं जिनमें से यह मिशन एक है। 2017 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की देश को सौगातें आखिर क्या संभव है मंगल पर जीवन - जानिये इसरो के पूर्व प्रमुख की ज़मानत मंजूर