जालंधर : पंजाब कैबिनेट द्वारा पिछले दिनों अध्यापकों की बनाई गई नई तबादला नीति पर आपत्ति लेने के बाद फिलहाल इस पर रोक लगा दी है. पंजाब के शिक्षा व पर्यावरण मंत्री ओ.पी. सोनी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अध्यापकों से चर्चा करने के बाद तबादला नीति को अंतिम रूप दिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि विशेष बातचीत में सोनी ने कहा कि इन दिनों पंजाब में शिक्षकों के स्थानांतर का मुद्दा छाया हुआ है.इस विषय को लेकर मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह अध्यापक संगठनों के साथ एक बैठक कर चुके हैं.दूसरी बैठक वह स्वयं 9 मई को करेंगे. कम्प्यूटर अध्यापकों के मसलों को हल करने की भी कोशिश की जा रही है.शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूलों में अध्यापकों की गैर-हाजिरी को कम करने के लिए वे स्वयं एक माह बाद सरकारी स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण करेंगे.गैर हाजिर शिक्षकों को पहली बार चेतावनी दी जाएगी उसके बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि पंजाब सरकार ने निर्णय लिया है कि सरकारी स्कूलों में अंतिम पीरियड को खेलों का बना दिया जाए, ताकि बच्चे शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी अपनी प्रतिभा दिखा सके.राज्य में गुणवत्तायुक्त शिक्षा को प्रोत्साहित किया जाएगा. सरकारी स्कूलों की कमियों को भी दूर किया जाएगा .वहीं शिक्षा मंत्री नेनिजी स्कूलों को शिक्षा का व्यापारीकरण नहीं करने की भी नसीहत देकर पंजाब सरकार का सहयोग करने की बात कही. यह भी देखें नवजोत सिद्धू की पत्नी की नियुक्ति ने आग में घी डाला पूर्व मंत्री ने नहीं खाली किया सरकारी बंगला