नई दिल्ली: यूरोपीय संघ की दवा एजेंसी ने बीते शुक्रवार को कहा कि इस सर्दी में पूरी तरह से नए कोविड रूप उभर सकते हैं, हालाँकि मौजूदा टीकों की मदद से लोगों को गंभीर बीमारी और होने वाली मौतों से बचाया जा सकता है। जी हाँ और यह टिप्पणी उस समय आई जब 27 देशों के यूरोपीय संघ ने इस साल के अंत में नए कोरोनो वायरस की नई लहर के आने की आशंका के बाद एक नए बूस्टर अभियान को शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है। सामने आने वाली एक रिपोर्ट के मुताबिक यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) ने कहा कि, 'इन बूस्टर डोज में ओमीक्रोन के नए स्ट्रेन के लिए बनाई गई वैक्सीन और वायरस से लड़ने के लिए विकसित मूल टीके शामिल होंगे। हालांकि ईएमए टीके के प्रमुख मार्को कैवेलरी ने स्पष्ट किया कि लोगों को नए टीकों की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए।' इसी के साथ उन्होंने कहा कि विंटर्स में एक पूरी तरह से नया वैरिएंट आ सकता है जिसका हम आज अनुमान लगाने में सक्षम नहीं हैं। आप सभी को यह भी बता दें कि बीते गुरुवार को, EMA ने कहा कि, 'फाइजर और मॉडेर्ना द्वारा बनाये गए नए टीकों को ओमीक्रोन के पुराने BA.1 सबवेरिएंट से निपटने के लिए डेवेलप किया गया है। प्रमुख BA.4 और 5 वैरिएंट के लिए बनाई गई फाइजर की नई वैक्सीन को सितंबर के मध्य तक अधिकृत करने की संभावना है। जबकि इसी तरह की मॉडेर्ना की वैक्सीन भी जल्द लोगों के लिए उपलब्ध होने वाली है।' आपको बता दें कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ और राष्ट्रीय आईएमए कोविड टास्क फोर्स के सह-अध्यक्ष डॉ राजीव जयदेवन ने कहा कि, 'वैक्सीन हमें गंभीर रूप से बीमार पड़ने और मृत्यु से बचाती है।' इसी के साथ जयदेवन के मुताबिक किसी को नहीं पता कि कोरोना का नया वैरिएंट कब आ सकता है। अभी तक कुल छह वैरिएंट आये और जा चुके हैं। नया वैरिएंट उन लोगों से बनता है जो वायरस को महीनों तक अपने शरीर में रखते है। आमतौर पर HIV कैंसर किडनी ट्रांस्पलांट कराने वाले मरीजों में वायरस अधिक म्युटेंट बनाता है। 2021 में देशभर में 1.64 लाख से अधिक लोगों ने की ख़ुदकुशी.., कारण 'डिप्रेशन' या कुछ और ? ब्रांड एंबेसडर डॉ पुनीत द्विवेदी द्वारा वेस्ट मैनेजमेंट पर लिखित पुस्तक बनी चर्चा का विषय बिजली बिल भरने के लिए आया मैसेज, लिंक पर क्लिक करते ही फंसा युवक