वाशिंगटन: अमेरिका में एक अटॉर्नी जनरल ने महिलाओं के यौन उत्पीड़न और मारपीट के आरोपों के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. यहाँ यह भी गौर करने वाली बात है कि जिस अटॉर्नी जनरल पर यौन उत्पीड़न और मारपीट के आरोप लगे हैं वे खुद यौन उत्पीड़न के खिलाफ मी टू अभियान के प्रमुख हैं. खुद अटॉर्नी जनरल एरिक श्नाइडरमैन ने अपने बयान में कहा है कि ‘हालांकि ये आरोप पेशेवर आचरण और कामकाज से संबंधित नहीं हैं, फिर भी ये मुझे अपना काम करने से रोकेंगे. ऐसे में मैं आठ मई, 2018 को तत्काल प्रभाव से पद से इस्तीफा दे रहा हूं.’ इससे पहले सोमवार रात उन्होंने एक बयान जारी करते हुए कहा कि न्यूयॉर्क के लोगों को अटॉर्नी जनरल के रूप में अपनी सेवाएं देना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है.’ उन्होंने कहा, ‘पिछले कई घंटों में मुझ पर कई गंभीर आरोप लगे, जिनका मैं पुरजोर विरोध करता हूं.’ उनके इस्तीफे के बाद न्यूयॉर्क के गर्वनर एंड्रयू कुओमो ने कहा है कि इस तरह के आरोपों के बाद श्नाइडरमैन के लिए काम करना संभव नहीं था. कुओमो ने बताया कि 'एक अमेरिकी अख़बार में अटॉर्नी जनरल एरिक श्नाइडरमैन पर एक लेख छापा था जिस रिपोर्ट में कई महिलाओं ने उन पर उत्पीड़न के कई गंभीर आरोप लगाए थे. कानून से कोई भी ऊपर नहीं है चाहे वह न्यूयार्क का अटॉर्नी जनरल ही क्यों ना हो.’ न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू कुओमो ने इस मामले पर जांच बिठाने के निर्देश भी दे दिए हैं. चीन: तख्तापलट की साजिश करने वाले नेता को उम्रकैद अब पाक की जेलों में आतंकियों की ट्रेनिंग नवाज शरीफ के खिलाफ 4.9 अरब डॉलर की धांधली की जांच के आदेश