नई दिल्ली: दुनियाभर में कोरोना का प्रकोप जारी है. लाखों लोगों की मौत हो चुकी है. दस हजार लाशें रोज़ के हिसाब से रोजाना इस आंकड़े को बढ़ाती जा रही हैं. इस दुनिया में 21 लाख से अधिक कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. गिनती कहां जाकर रुकेगी, कोई नहीं बता सकता. इसीलिए अब लाशों को दफन करने के लिए भी कब्रों की गिनती नहीं की जा रही है. क्योंकि एक ही कब्र में ढेरों लाशें दफ़न की जा रही हैं. कुछ ऐसा ही मंज़र है अमेरिका के न्यूयार्क शहर और उसके कब्रिस्तानों का. कुछ दिन पहले न्यूयार्क के हार्ट आईलैंड से कुछ तस्वीरें मीडिया में आईं थी. जहां कोरोना से मरने वालों को दफ़न करने के लिए एक नहर की शक्ल में कब्रें खोदी गई थी. इन कब्रों को खोदने के लिए मशीनों की सहायता ली गई. इतना ही नहीं ताबूतों को भी इनमें मशीनों द्वारा ही रखा गया. नौबत यह है कि ताबूतों को एक दूसरे के ऊपर रखना पड़ रहा है. ताकि जगह जल्दी ना भरे और बाकी लाशें भी उनमें दफ़न की जा सकें. जिन कब्रिस्तानों में पहले लाशों को दफनाने के लिए सप्ताह में एक दिन ही निर्धारित था. वहां अब हफ्ते में पांच दिन ये कार्य हो रहा है. न्यूयॉर्क के मेयर बिल डे ब्लासियो के अनुसार, ये कोई नई प्रक्रिया नहीं है. ये बेहद दुख की बात है. सोचिए यदि कोई मर जाता है और उसके शव को लेने वाला कोई नहीं होता. ये सच काफी वक्त से चला रहा है तो कोई भी ऐसा शख्स भले ही वो कैसे मरा हो वो यहां दफनाया जाता है और यही हो रहा है. किन्तु इस दौर में ज्यादा लोग कोरोना के चलते ही मर रहे हैं. मास्क नहीं पहना तो लगेगा 30 हज़ार रुपए का जुर्माना, इस देश ने लागू किया कानून सिंध प्रांत के गवर्नर को हुआ कोरोना, पाक में अब तक 14 हजार संक्रमित चीन पर भड़के ट्रम्प, कहा- कोरोना को रोक सकता था चायना, इतनी मौतें ना होती