स्पेन की एक अदालत ने फुटबॉल स्टार नेमार के 2013 में सैंटोस से बार्सिलोना स्थानांतरित किए जाने के धोखाधड़ी से जुड़े केस में इस ब्राजीली खिलाड़ी और उनके साथी प्रतिवादियों को बरी किया जा चुका है। ब्राजील की कंपनी डीआईएस ने नेमार, उनके पिता तथा सैंटोस और बार्सिलोना के पूर्व प्रमुखों पर स्थानांतरण की राशि को जानबूझकर छुपाने का इल्जाम लगाया था ताकि उसे DIS को भुगतान नहीं करना पड़े क्योंकि वह इस खिलाड़ी के खेल अधिकारों का आंशिक हक़दार थे। अदालत ने हालांकि मंगलवार को जारी बयान में बोला है कि, ‘यह साबित नहीं हुआ कि किसी तरह का गलत अनुबंध किया गया या डीआईएस को नुकसान पहुंचाने का इरादा भी रहा है।' इसके पहले खबरें थी कि नेमार को विश्वकप में फिर से निराशा हाथ आई है। एक बार फिर वह ब्राजील को सबसे बड़ा खिताब दिलाने में नाकाम रहे। वर्ल्ड कप में यह तीसरा अवसर है जबकि नेमार को असफलता हाथ लग चुकी है। राष्ट्रीय टीम के साथ उनकी सफलताओं में 2013 में कनफेडरेशन कप और 2016 में रियो डी जेनेरियो ओलंपिक में गोल्ड मेडल हासिल करना है। तब ब्राजील ने ओलंपिक में पहली बार फुटबॉल में गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है। नेमार ने बोला है कि यह वक़्त राष्ट्रीय टीम के साथ उनके भविष्य को लेकर बात करने का नहीं है। उन्होंने कहा,‘‘इमानदारी से कहूं तो मैं नहीं जानता कि आगे क्या होने वाला है। इस बारे में बात करना अभी मुश्किल है। इस पर बात करना अभी जल्दबाजी होगा। मैं किसी भी बात की गारंटी नहीं दे सकता हूं। मुझे इस पर विचार करने के लिए कुछ समय चाहिए।'' नेमार ने शुक्रवार को क्रोएशिया के खिलाफ गोल किया और इस तरह से उन्होंने पेले के 77 गोल के ब्राजील के रिकॉर्ड की बराबरी कर चुके है। फीफा विश्वकप में चमके मेसी की टीम के सितारे, फाइनल में पहुंची अर्जेंटीना मशहूर फुटबॉलर को मिली फांसी की सजा, की ये गलती पाकिस्तान के इस स्टेडियम पर लग सकता है बैन, ICC ने दिया बड़ा झटका