दिल्ली : भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) देश में सड़क देखभाल को बदलने वाली अभिनव सेल्फ हीलिंग एस्फाल्ट तकनीक को लागू करने पर विचार कर रहा है। यह तकनीक भारत में सड़क दुर्घटनाओं और मौतों में बड़े पैमाने पर योगदान देने वाली गड्ढों की समस्या को हल करने के उद्देश्य से है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने उल्लेख किया कि सरकार का रुझान नवाचारी तरीकों पर है जो सड़क की स्थायित्व को बढ़ाने और गड्ढों की समस्या को कम करने के लिए है। इस तकनीक में सड़क बनाते समय स्‍टील के पतले रेशे डाले जाएंगे जिन्‍हें बिटुमिन कहते है जो एक प्रकार का डामर होता है, इसको उपयोग में लाया जाएगा. सड़क में जैसे ही कोई टूट-फूट होगी तो यह बिटुमिन गर्म होकर फैलना शुरू हो जाएगा और यह वापस कंक्रीट के साथ मिलकर स्‍टीलनुमा धागों को जोड़ देगा. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 2024-25 बजट में सड़क देखभाल के लिए 2,600 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो पिछले वर्षों के अनुमानों के अनुरूप है। भारत ने 2022 में राष्ट्रीय राजमार्गों पर गड्ढों के कारण हुई सड़क दुर्घटनाओं में 22.6% की वृद्धि हुई है , जिससे इस तकनीक की आवश्यकता और जरुरी हो गई है। सेल्फ हीलिंग एस्फाल्ट को अपनाकर, NHAI सड़क की आयु को बढ़ाने और देखभाल की आवश्यकता को कम करने का लक्ष्य रखता है, जिससे अंततः यातायात व्यवधान भी कम होंगे। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लिया चार धाम यात्रा 2024 की तैयारियों का जायजा, अब तक 16 लाख श्रद्धालु करवा चुके हैं पंजीकरण भारत और रूस को मिला श्रीलंका के हंबनटोटा एयरपोर्ट का मैनेजमेंट NEET के फॉर्म भरने के दौरान कर दी है गलती ,तो जल्दी कीजिये करेक्शन विंडो की आखिर डेट है ये