नई दिल्ली : इस्लामी धर्म प्रचारक जाकिर नाइक पर भारत की जांच एजेंसी राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने लगाम कसना प्रारंभ कर दिया है। दरअसल एनआईए ने जिस तरह की कार्रवाई की है उससे लगता है कि जाकिर नाइक और उनके एनजीओ इस्लामिक रिसर्च आॅर्गनाइजेशन की आर्थिक मजबूती को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा हैं। दरअसल बैंक्स को जाकिर के खातों को लेकर निर्देश दिए गए हैं कि वे आगामी आदेश तक जाकिर और उनके एनजीओ के खातों से लेन-देन किए जाने पर रोक लगाऐं। इस आदेश से जाकिर नाइक की मुश्किलें बढ़ने की संभावनाऐं हैं। माना जा रहा है कि जाकिर का एक बड़ा फंड इस तरह के प्रतिबंध के बाद अटक जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार जाकिर पर आरोप हैं कि उन्होंने अपने एनजीओ के माध्यम से धार्मिक सद्भाव के खिलाफ कार्य किया था। इतना ही नहीं उन्होंने कई समूहों के मध्य वैमनस्य को बढ़ाया है। इसी के साथ एनआईए ने गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून और आईपीसी की धारा 153 - ए के तहत जाकिर और एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर रोक लगा दी है। इस मामले में एनआईए ने जाकिर की आर्थिक गतिविधियों पर वार किया है। गौरतलब है कि जाकिर के एनजीओ से जुड़े 20 स्थानों पर एनआईए ने जांच के दौरान छापेमारे थे यहां कई दस्तावेज और आपत्तिजनक सामग्री मिली है। इतना ही नहीं एक आतंकी अबु अनस को इस संस्था द्वारा छात्र वृत्ति दिए जाने की बात भी सामने आई थी जिसके बाद जाकिर को लेकर जांच तेज कर दी गई। NIA ने मारे जाकिर नाइक के 10 ठिकानों पर छापे 55 आतंकी थे जाकिर नाइक के भाषणों से प्रेरित जाकिर नाइक की संस्था ने करवाए 300 जबरन धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में