नई दिल्ली। राष्ट्रीय जाॅंच एजेंसी द्वारा जम्मू कश्मीर में आतंक की फंडिंग को लेकर जाॅंच की जा रही है। जाॅंच एजेंसी ने अपनी जाॅंच तेजी से प्रारंभ कर दी है। अब तक की जाॅंच में अलगाववादियों को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। दरअसल एनआईए को 4 अगस्त 2016 का एक ऐसा कैलेंडर मिला है जिसमें अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के हस्ताक्षर हैं। इस कैलेंडर में कश्मीर में सेना व सुरक्षा बलों के विरूद्ध किए जाने वाले धरना प्रदर्शन और लोगों को भड़काने की साजिश का उल्लेख है। एनआईए की जाॅंच में यह बात सामने आई है कि अलगाववादी कश्मीर में लोगों को भड़काने में सक्रिय रहे हैं। जाॅंच में कहा गया है कि कश्मीर में हिंसा भड़काने के लिए सारा काम प्लान्ड तरह से किया जाता है। एनआईए ने अपनी जाॅंच में सिलसिलेवार तरह से तिथियों का उल्लेख किया है जिसमें 4 अगस्त वर्ष 2016 कैलेंडर में सुरक्षा बलों के विरूद्ध प्रदर्शन व लोगों को भड़काने की साजिश का उल्लेख किया गया था। साथ ही 6 अगस्त 2016 तक लोगों को लोकल चैक और अलग अलग स्थान पर एकत्रित होने की बात कही गई थी। यही नहीं धरना प्रदर्शन की अपील भी की गई थी। 8 अगस्त 2016 को श्रीनगर की ओर से जाने वाली सभी सड़कों को ब्लाॅक करना व लोगों को ड्यूटी ज्वाईन न करने देना। 9 अगस्त को इस्लामिक गीत मस्जिदों में बजाने और 10 अगस्त को सुरक्षा बलों को वापस जाने की बात करना। समेत कई ऐसे कार्यों का उल्लेख कैलेंडर में किया गया है जिससे जाहिर होता है कि अलगाववादियों द्वारा हिंसा भड़काने का कार्य सिलसिलेवार तरह से किया गया। एनआईए ने कश्मीर घाटी में आतंक और विध्वंसक क्रियाकलापों के कथित वित्तपोषण के मामले की जांच के संबंध में सोमवार 24 जुलाई को गिरफ्तार आरोपियों की 18 दिन की हिरासत मांगी थी। जिस पर आरोपियों को हिरासत में भेज दिया गया। जिन आरोपियों को पकड़ा गया है उनमें अल्ताफ अहमद शाह, अयाज अकबर,पीर सैफुल्लाह, शाहिद उल इस्लाम, मेहराजुद्दीन कालवाल, नईम खान और फारूक अहमद डार का सामना एक दूसरे तथा अपराध से जुड़े साक्ष्यों से कराना है। NIA ने दी गृहमंत्रालय को सलाह, पाकिस्तान से बंद हो क्राॅस बाॅर्डर ट्रेड पाकिस्तान पर सख्ती के लिए अमेरिकी संसद में बिल हुआ पेश लगातार आतंकवाद का दंश झेल रहा भारत, अमेरिकी रिपोर्ट में हुआ खुलासा आॅस्ट्रेलिया में प्लेन गिराने की फिराक में थे आतंकी, साजिश हुई नाकाम