चेन्नई: टेरर फंडिंग मामले में पीएफआई यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर एनआईए की कार्रवाई के बाद एक और बड़ी जानकारी सामने आई है। जी हाँ, मिली खबर के मुताबिक़ आतंकी साजिशों का पता चलता नजर आ रहा है। जी दरअसल टॉप इंटेलिजेंस सूत्रों की मानें तो पीएफआई पर कार्रवाई के बाद पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के एक ऑपरेटिव के पास से वायरलेस कम्युनिकेशन डिवाइस बरामद हुए हैं, जिसमें जीपीएस भी लगे हुए हैं। इससे यह माना जा रहा है कि यह ऑपरेटिव समुद्री आतंकी गतिविधियों और पैसों के लेन-देन के लिए इसका इस्तेमाल करता था। जी दरअसल यह दावा किया जा रहा है कि तमिलनाडु के बरकतुल्ला में पीएफआई के एक ऑपरेटिव के घर से 2 वायरलेस सेट जब्त किया गया है। केवल यही नहीं बल्कि इस डिवाइस में एक जीपीएस और एक इन-ब्यूल्ट जीपीएस रिसीवर है। इसी के साथ इसमें रात के समय इस्तेमाल के लिए संकट कॉल बटन (मदद वास्ते या आपात स्थिति में दबाए जाने वाला बटन) और कई फंक्शन्स कीज हैं। वहीं खुफिया सूत्रों की माने तो इसका इस्तेमाल समुद्री मार्गों को नेविगेट करने के लिए किया जाता है और संभवत: पीएफआई ऑपरेटिव इसका इस्तेमाल समुद्री आतंकी गतिविधियों और पैसे के आदान-प्रदान के लिए कर रहा था। आपको बता दें कि यह खुलासा ऐसे वक्त में हुआ है, जब टेरर फंडिंग मामले में एनआईए और ईडी ने मिलकर 15 राज्यों में 96 जगहों पर छापेमारी की और कई राज्यों के पीएफआई प्रमुख समेत 100 से अधिक सदस्यों को गिरफ्तार किया है। खबरों के मुताबिक पीएफआई के खिलाफ एक्शन को जांच अधिकारियों ने अब तक की सबसे बड़ी जांच प्रक्रिया करार दिया। जी हाँ और इन छापों के बाद पीएफआई पर प्रतिबंध की संभावना है। हालांकि, एनआईए के एक्शन को लेकर पीएफआई ने केरल में आज यानी शुक्रवार को बंद बुलाया है। कट्टरपंथी संगठन PFI के समर्थन में 'कांग्रेस' ने रोक दी अपनी भारत जोड़ो यात्रा ? PFI का हंगामा: अखबार बांटने वाले पर फेंका पेट्रोल बम, पुलिसकर्मी से लेकर आम जनता तक घायल 'PFI तो मुस्लिमों के लिए लड़ रहा..', कट्टरपंथी संगठन पर एक्शन से भड़के सपा सांसद