नई दिल्ली : शनिवार को राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के 10 गुर्गो के खिलाफ चार्जशीट दायर करेगी। बता दें कि दाउद व उसके गुर्गों ने देशभर में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की थी। दाउद ने मोदी सरकार और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के खिलाफ भी बड़े स्तर पर साजिश रची थी। एनआईए का दावा है कि पाकिस्तान में छिपे बैठे इस अपराधी के निशाने पर न सिर्फ धार्मिक और आरएसएस के नेता थे, बल्कि वह चर्चों पर हमला करने की भी योजना बना चुका था। सूत्रों का कहना है कि डी कंपनी के इन सदस्यों को मोदी सरकार बनने के तुरंत बाद भारत में तनाव फैलाने, चर्च और आरएसएस नेताओं पर हमले करने का काम दिया गया था। साजिश के तहत शार्पशूटरों ने 2 नवंबर 2015 को गुजरात में दो दक्षिणपंथी नेताओं शिरीष बंगाली और प्रग्नेश मिस्त्री की हत्या कर दी थी। दाऊद के गुर्गों ने ये हत्या मुंबई सीरियल ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन की फांसी का बदला लेने के मकसद से की थी। जांच के दौरान पता चला कि इस हत्याओं के पीछे पाकिस्तान में बैठा जावेद चिकना और दक्षिण अफ्रीका मूल का जाहिद मियां का हाथ है। इसके लिए उन लोगों ने आरएसएस व बीजेपी के नेताओं की हिटलिस्ट भी तैयार की थी। रिपोर्टमें कहा गया है कि जब 2014 में मोदी सत्ता में आए, तभी दाउद ने हमलों की साजिश रच ली थी। एनआईए ने हाल ही पाकिस्तान में मौजूद चिकना को पकड़ने और भारत लाने के लिए इंटरपोल से मदद मांगी थी। इसके अलावा भारत ने पाकिस्तान, नेपाल, दक्षि‍ण अफ्रीका, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका को जुडिशल रिक्वेस्ट भी भेजी थीं। एनआईए अपनी चार्जशीट में दाउद को शामिल नहीं करेगी। जब उसके खिलाफ पुख्ता सबूत पाए जाएंगे तब उसके नाम की एक सप्लिमेंटरी चार्जशीट दाखिल की जाएगी। जाहिद और चिकना के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया जा चुका है। चिकना का नाम 48 आतंकियों की हिटलिस्ट में शामिल है। इसमें हाफिज सईद और दाउद का भी नाम है।