नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आज शुक्रवार को छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद), महाराष्ट्र से जुड़े मॉड्यूल से जुड़े इस्लामिक स्टेट (ISIS) आतंकी साजिश मामले में लीबिया के एक आतंकवादी सहित दो लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। NIA ने कहा है कि आतंकवाद निरोधक एजेंसी ने इस्लामिक स्टेट के भारत विरोधी एजेंडे को बढ़ावा देने की साजिश के मामले में लीबिया स्थित मोहम्मद शोएब खान और मोहम्मद जोहेब खान के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है। जांच एजेंसी ने कई स्थानों पर तलाशी के बाद इस साल फरवरी में जोहेब को गिरफ्तार किया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शोएब और ज़ोहेब दोनों ने “भारत भर में संवेदनशील प्रतिष्ठानों पर आतंकी हमले करने के लिए कट्टरपंथी युवाओं की भर्ती करने” की साजिश रची थी। NIA ने दोनों आतंकवादियों को “मामले में मुख्य साजिशकर्ता” के रूप में नामित किया और उन पर भारतीय दंड संहिता (IPC) और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) की विभिन्न धाराओं के तहत चार्जशीट दाखिल की है। मुंबई स्थित NIA की विशेष अदालत में चार्जशीट दायर की गई है। NIA ने आरोपपत्र में इस्लामिक स्टेट (ISIS) के विदेशी संचालकों की संलिप्तता के साथ साजिश में अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को उजागर किया है। एजेंसी ने कहा कि, "आतंकवाद रोधी एजेंसी द्वारा मामले में पहले की गई जांच में दोनों आरोपियों की संलिप्तता वाले भारत विरोधी गतिविधियों के जाल का खुलासा हुआ था।" NIA, जो भारत में ISIS के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए अथक प्रयास कर रही है, ने पाया कि दोनों व्यक्तियों ने इस्लामिक स्टेट के स्वयंभू खलीफा के प्रति 'बयाथ' (वफादारी की शपथ) ली थी। NIA ने कहा कि, "आरोपी भारत में कई आतंकी हमलों को अंजाम देने के बाद अफगानिस्तान या तुर्की भागने वाले थे। वे इस्लामिक स्टेट की चरमपंथी और हिंसक विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए एक वेबसाइट बनाने में भी सक्रिय रूप से शामिल पाए गए। उन्होंने वेबसाइट के जरिए दुनिया भर के मुस्लिम युवाओं को इस्लामिक स्टेट में शामिल करने की योजना बनाई थी।" जांच में यह भी खुलासा हुआ था कि शोएब द्वारा भर्ती किए गए ज़ोहेब ने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था। "ज़ोहेब ने औरंगाबाद क्षेत्र के 50 से ज़्यादा युवाओं को इस ग्रुप में जोड़ा था, जिसका उद्देश्य भारत में ISIS की नापाक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें कट्टरपंथी बनाना और भर्ती करना था।" NIA की जांच में खुलासा हुआ है कि "आरोपी विस्फोटकों के निर्माण और IED के निर्माण से संबंधित वीडियो साझा कर रहे थे। उन्होंने कार्रवाई की एक विस्तृत योजना भी तैयार की थी, जिसमें भारत में कई स्थानों पर आतंकी हमलों की योजना बनाना, तैयारी करना और उन्हें अंजाम देना तथा हमलों को अंजाम देने के बाद की जाने वाली कार्रवाई शामिल थी। आरोपियों ने भारत की सुरक्षा, इसके धर्मनिरपेक्ष लोकाचार और संस्कृति तथा शासन की लोकतांत्रिक व्यवस्था को खतरे में डालने की साजिश रची थी।" हर साल 25 जून को 'संविधान हत्या दिवस' मनाएगा भारत, केंद्र सरकार ने जारी किया गजट नोटिफिकेशन 7 सिंचाई परियोजनाओं पर 9271 करोड़ खर्च करेगी MP सरकार, किसानों को मिलेगा लाभ, कैबिनेट में फैसला संविधान या वोट बैंक ? सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने कांग्रेस को असमंजस में डाला, क्या पुराने स्टैंड पर कायम रहेगी पार्टी