भोपाल/ब्यूरो। भोपाल में निगम एक अलग चाप छोड़ने जा रहा है। आपको बता दे की राजधानी में पन्नी बीनने वाले रैग पिकर्स को नगर निगम रोजगार देने जा रहा है। इसके लिए प्रभारी सहायक स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने-अपने जोन क्षेत्र में रैग पिकर्स को चिंहित करें और उन्हें दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रूम में नियुक्ति के लिए फाईलें बनाकर निगम मुख्यालय भेजे। निगम आयुक्त ने सभी जोन के प्रभारी सहायक स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक लेते हुए बताया कि हर जोन से ऐसे इलाके चिंहित किए जाएं, जहां रैग पिकर्स रोजाना आते हैं। इनके नाम, पाते और आयु के साथ मतदाता परिचय पत्र या आधार कार्ड की एक प्रति लेकर सूची बनाई जाए। इसके बाद हर जोन से सभी की सूची तैयार कर निगम मुख्यालय भेजें, ताकि स्क्रूटनी के बाद संख्या के आधार पर शासन से इनकी मंजूरी ली जा सके। इन्हें 25 दिवसीय के रूप में निगम में रोजगार दिया जाएगा। वहीं एडीसी सिंह ने एएचओ से कहा कि दैवेभो कर्मचारी के रूम में नियुक्ति होने के बाद रैग पिकर्स के आयुष्मान भारज योजना के तहत कार्ड भी निगम बनाकर देगा। गौरतलब है कि शहर के अलग-अलग इलाकों में ऐसे लोगों को आसानी से देखा जा सकता है, जो अपने जीवन-यापन के लिए कचरा बीनते हैं। आदमपुर छावनी सहित भानपुर छावनी, यादगार-ए-शाहजहांनी पार्क, आरिफ नगर, करोंद आदि इलाकों में बड़ी संख्या में रैग पिकर्स दिखाई देते हैं। ऐसे परिवारों को समाज की मुख्य धारा से जोडऩे के उद्देश्य से नगर निगम यह पहल करने जा रहा है। BPSC पर आधारित ये प्रश्न उत्तर, आज ही करें अध्ययन सुपर हीरो बन kylie jenner ने दिए कातिलाना पोज इस दिन देशभर में बंद रहेंगे बैंक, ATM सेवाएं भी होंगी प्रभावित