चंडीगढ़: पंजाब के अमृतसर में रविवार (21 मई) को लोगों द्वारा चर्च पर हमला किए जाने का मामला सामने आया है। हमलावरों को निहंग सिख बताया जा रहा है। चर्च पर यह हमला वहां चल रही ईसाई प्रार्थना के दौरान किया गया। इस कारण दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। घटनास्थल पर जमकर नारेबाजी और पत्थरबाजी भी हुई। मौके पर पहुँची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। ईसाइयों ने निहंगों पर बाइबिल की बेअदबी का इल्जाम लगा कर कड़ी कार्रवाई करने की माँग की है। वहीं, हमलावरों ने सिखों की वेशभूषा में ईसाईयत के प्रचार पर आपत्ति जताई है। पुलिस की मानें तो अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हमलावर निहंग ही थे या कोई और। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना रविवार को अमृतसर के गाँव राजेवाल को घटी। यहाँ के सिखपाल राणा मिनिस्ट्रीज चर्च में 21 मई को दोपहर के वक़्त प्रार्थना हो रही थी। प्रार्थना के ही दौरान निहंगों के वेश में करीब 25 हमलावर अपने चेहरों को ढँककर वहां पहुँच गए। उन्होंने हाथों में डंडे और तलवारें ले रखी थीं। आरोप है कि हमलावरों ने आते ही चर्च में मौजूद लोगों के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके साथ ही बाहर खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ मचाई और चर्च में रखी बाइबिल की भी बेअदबी की। इस अचानक हुए हमले से पहले तो भगदड़ मची गई और बाद में दोनों गुट आमने-सामने आ गए। इस से स्थिति तनावपूर्ण हो गई। बताया जा रहा है कि निहंगों के हमले के जवाब में ईसाई पक्ष ने भी पथराव किया। इस दौरान दोनों ओर से धार्मिक नारे भी लगाए गए। हमलावरों का आरोप था कि चर्च के भीतर सिखों के वेश में प्रार्थना करवाई जाती है, जिस पर उन्हें आपत्ति है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुँची। पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग-अलग किया और उन्हें समझा-बुझाकर शांत किया। अमृतसर ग्रामीण के SSP सतिंदर सिंह के अनुसर, अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर के जाँच की जा रही है। यूपी के 4000 मदरसों को विदेशों से किसलिए मिल रहे पैसे ? पता लगाने में जुटी योगी सरकार 'फिर मत कहना कि गुरूजी..', सागर में मंच से पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने विरोधियों को दिया ये चैलेंज Video: केरल में 15 साल बाद किसी यहूदी जोड़े ने की शादी, इजराइल से बुलाए गए रब्बी