नई दिल्लीः भारत की दिग्गज महिला बॉक्सर एमसी मैरीकॉम को टोक्यो ओलिंपिक 2020 के क्वालिफायर में सीधा प्रवेश देने से विवाद पैदा हो गया है। बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के इस निर्णय के खिलाफ बॉक्सर निखत जरीन ने भारतीय खेल प्राधिकरण और खेल मंत्रालय को खत लिखा है। उन्हें इस क्वालिफायर में मौका नहीं दिया गया। मैरीकॉम ने ट्वीट किया और लिखा, मैं सिर्फ एक निष्पक्ष मौका चाहती. मैं जिस चीज के लिए ट्रेनिंग कर रही हूं अगर मुझे उसके ट्रायल में मौका ना दिया जाए तो यह सही नहीं है। खेल निष्पक्षता का नाम है. मैं देश में अपना विश्वास नहीं खोना चाहती.' जरीन ने खेल मंत्रालय को पत्र लिखकर टोक्यो ओलिंपिक 2020 के क्वालिफायर में मौका ना दिए जाने पर शिकायत की है. बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने छह बार की वर्ल्ड चैंपियन एमसी मैरीकॉम को बिना ट्रॉयल के मौका दिए जाने का विरोध किया है. उन्होंने ट्वीट किया और लिखा, 'मैं सिर्फ एक निष्पक्ष मौका चाहती। मैं जिस चीज के लिए ट्रेनिंगकर रही हूं अगर मुझे उसके ट्रायल में मौका ना दिया जाए तो यह सही नहीं है. खेल निष्पक्षता का नाम है मैं देश में अपना विश्वास नहीं खोना चाहती। जरीन ने लिखा कि थाईलैंड ओपन में जीत के बाद उन्हें वर्ल्ड चैंपियनशिप के ट्रॉयल में हिस्सा लेने का न्योता मिला लेकिन आखिरी समय में ट्रॉयल रद्द करके मैरीकॉम को चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए भेज दिया गया। Football : भारत और बांग्लादेश के बीच हुए मैच के हीरो रहे भारतीय डिफेंडर आदिल खान इस वजह से विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शऩ नहीं कर पाईं दुती चंद बिना ट्रायल के ओलिंपिक क्वालीफायर में एंट्री मारेगी यह दिग्गज खिलाड़ी