कोलकाता: दुर्गा पूजा में हिस्सा लेकर मौलवियों के टारगेट पर आईं नुसरत जहां का उनके पति निखिल जैन ने बचाव किया है। निखिल जैन ने कहा कि 'जब हम समावेशी भारत की बात करते हैं तो यह भारत के लिए एक सकारात्मक संदेश है। इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के मुताबिक, उन्होंने कहा कि, मुस्लिम हो, हिंदू हो, ईसाई हो… सभी को सभी धर्मों को स्वीकार करना चाहिए। आप जिस पर भी यकीन कर सकते हैं, उसका अनुसरण कर सकते हैं। नुसरत ने बहुत अच्छा उदाहरण पेश किया है।' दरअसल, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की लोकसभा सदस्य नुसरत जहां के दुर्गा पूजा उत्सव में शामिल होने की एक मुस्लिम धर्म गुरु ने कड़ी आलोचना की थी। उनका कहना था कि सांसद को अपना नाम और मजहब बदल लेना चाहिए क्योंकि वह अपने कार्यों से 'इस्लाम और मुस्लिमों का बदनाम' कर रही हैं। दारूल उलूम देवबंद से जुड़े मुफ्ती असद कासमी ने कहा था कि '' यह नया नहीं है। वह हिंदू देवी-देवताओं की पूजा कर रही थीं जबकि इस्लाम में मुसलमानों को केवल एकमात्र 'अल्लाह' की इबादत करने का आदेश दिया गया है।' मुफ्ती असद कासमी ने कहा था कि 'उन्होंने जो किया वह हराम (पाप) है। उन्होंने अपने मजहब से बाहर निकाह किया है। उन्हें अपना नाम और धर्म बदल लेना चाहिए। इस्लाम में ऐसे लोगों की आवश्यकता नहीं है जो मुस्लिम नाम रखें और इस्लाम और मुसलमानों को बदनाम करें।'' आपको बता दें कि बशीरहाट से पहली बार सांसद निर्वाचित हुई नुसरत शादी के बाद से हिंदू प्रतीकों जैसे 'मंगलसूत्र और 'सिंदूर' का इस्तेमाल करती हैं। उन्होंने इसी वर्ष उद्योगपति निखिल जैन से शादी की है। अब हादसे का शिकार हुए लोगों को बचाएंगे 'फ़रिश्ते दिल्ली के', केजरीवाल सरकार करेगी सम्मानित हरियाणा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, भाजपा में शामिल हुए पूर्व MLA नरेश शर्मा झांसी एनकाउंटर को लेकर सियासत तेज, अखिलेश के बाद अब शिवपाल ने सरकार को घेरा