नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली, हिन्दू लड़कियों के लिए श्मशान बनती दिखाई दे रही है। ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है कि, महानगर में प्रेम जाल में हिन्दू लड़कियों को फंसाकर, उनके शरीर से खेलकर, फिर मन भर जाने पर उनकी निर्मम हत्या कर दिए जाने के हैरान कर देने वाले मामले सामने आ रहे हैं। रविवार (28 मई) को भी शाहबाद डेयरी इलाके में एक सनकी आशिक साहिल खान द्वारा 16 साल की नाबालिग लड़की साक्षी की बेरहमी से हत्या किए जाने के बाद 'लव जिहाद' को लेकर एक बार फिर बहस शुरू हो गई है। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि, द केरला स्टोरी (The Kerala Story) में सच ही दिखाया गया है, ये लोग इसी तरह हिन्दू लड़कियों को शिकार बनाते हैं। बता दें कि, यह इस तरह का कोई पहला मामला नहीं है, बीते कुछ महीनों में भी दिल्ली-NCR से इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं, जिनमे से कई तो दब गए। लेकिन, जो सामने आए, उन्होंने देशभर को झकझोर कर रख दिया। जैसे श्रद्धा वाकर और निकिता तोमर हत्याकांड। साहिल खान ने बीच सड़क पर साक्षी को मारा:- नई दिल्ली में साक्षी के मर्डर का सनसनीखेज CCTV फुटेज भी सामने आया है. राजधानी के शाहबाद डेयरी इलाके में साहिल नाम के शख्स ने 16 साल की साक्षी की चाकू के कई वार कर और पत्थरों से उसका सिर कुचलकर बेरहमी से कत्ल कर दिया. CCTV फुटेज में देखा गया कि कहासुनी होने पर लड़की को गली में रोक लेता है और उस पर चाकुओं से ताबड़तोड़ हमला करना शुरू कर देता है. वहीं, इस बारे में साक्षी की सहेली का कहना है कि, साहिल हिन्दू बनकर ही साक्षी से मिला था और हत्यारे को जब बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया, तब भी उसके हाथ में कलावा बंधा हुआ था और हिन्दू दिखने के लिए वह गले में रुद्राक्ष की माला भी पहनता था। इसलिए पुलिस इस मामले में लव जिहाद के एंगल से भी जांच कर रही है। आफताब ने किए थे श्रद्धा के 35 टुकड़े:- श्रद्धा वॉकर, जो दलित समुदाय से आती थी, उसका कसूर केवल इतना था कि, उसने आफताब अमिन पूनावाला से प्यार किया था और उसके हर अत्याचार को सहते हुए उसके साथ 'लिव इन' में रहती थी। 12 नवंबर 2022 की दिल्ली की वो हृदयविदारक घटना आज तक देश नहीं भूला है और न ही कभी भूल पाएगा। जब दिल्ली पुलिस ने साउथ के महरौली इलाके में श्रद्धा वाल्कर के 35 टुकड़े करने वाले आरोपी और लिव-इन पार्टनर आफताब पूनावाला को अरेस्ट किया था। आफताब ने श्रद्धा की गला घोंट कर उसका कत्ल किया और फिर शव के 35 टुकड़े कर कई दिन तक फ्रिज में रखा था। इन टुकड़ों को वो धीरे-धीरे जंगलों में फेंकने लगा था। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी थी कि पूछताछ के दौरान आफताब ने कहा है कि श्रद्धा के कत्ल के आरोप में उसे फांसी भी हो जाए, तो भी अफसोस नहीं, क्योंकि जन्नत में हूरें मिलेगी। साथ ही आफताब ने यह भी खुलासा किया था कि श्रद्धा से रिश्ते के दौरान 20 से अधिक हिंदू लड़कियों से उसके संबंध रहे हैं। अधिकारी ने यह भी बताया था कि आफताब ने कबूला है कि वह 'बंबल एप' पर ख़ास कर हिंदू लड़कियों को खोजता था, और उन्हें अपना शिकार बनाता था। दरिंदे आफताब ने बताया कि, श्रद्धा की हत्या के बाद वह एक मनोविज्ञानी को अपने रूम पर लेकर आया था, वह भी हिंदू ही थी। इस हिन्दू लड़की को उसने श्रद्धा की अंगूठी तोहफे में देकर अपना शिकार बनाया था, इसके साथ ही उसने अन्य कई हिंदू लड़कियों को भी इस तरह शिकार बनाया है। तौसीफ ने बीच सड़क पर निकिता तोमर को मारी थी गोली:- गत वर्ष अक्टूबर में फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में अग्रवाल कॉलेज के बाहर 21 साल की छात्रा निकिता तोमर की दो लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। दरअसल, आरोपित तौसीफ ने निकिता को गाड़ी में खींचने का प्रयास किया था, किन्तु जब वो नाकाम रहा तो उसने उसे गोली मार दी थी। वहीं, इस हत्याकांड के वायरल वीडियो में अन्य आरोपित मोहम्मद रिहान द्वारा तौसीफ को कार में वापस खींचते दिखाई दिया था। यह पूरी घटना CCTV में भी कैद हो गई थी, जो बाद में सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लड़की के परिजनों ने बताया था कि निकिता पर तौसीफ धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाल रहा था। तीन वर्ष पूर्व इस संबंध में पंचों के सामने फैसला भी हुआ, किन्तु तौसीफ ने दोबारा जबरन लड़की के संपर्क में आने की कोशिश की थी। उसने बार बार निकिता को यही कहा था कि, ‘मुस्लिम बन जा हम निकाह कर लेंगे’, लेकिन जब लड़की ने उसकी बात नहीं सुनी तो उसकी गोली मार कर हत्या कर दी थी। ये चंद मामले हैं, जो बीते कुछ समय में दिल्ली-NCR से सामने आए हैं, यदि देशभर के मामलों को सूचीबद्ध किया जाए, तो ये काफी लम्बी फेहरिस्त बन जाएगी। इंदौर से अक्टूबर 2022 में एक दलित गर्भवती महिला का गैंगरेप हुआ था, जब महिला उनके सामने गिड़गिड़ाई और अपने गर्भवती होने की बात कही तो, सामूहिक बलात्कार करते वक़्त दरिंदों ने कहा था कि, 'इस्लाम में सब जायज है और हिंदू महिला से संबंध बनाने पर हमें जन्नत मिलती है।' यदि उन बलात्कारियों का यह कहना सच है, तो जन्नत जाने के लिए ये दरिंदे निर्दोष बहन-बेटियों के जज़्बातों, जिस्मों और जिंदगियों से यूँ ही खेलते रहेंगे, अगर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई। लेकिन, सबसे अधिक हैरान कर देने वाली बात तो ये है कि, बेटियां लगातार इन दरिंदों के चंगुल में आकर दम तोड़ रहीं हैं और कुछ लोग, तथा कुछ राजनेता वोट बैंक की लालच में बड़ी बेशर्मी के साथ लव जिहाद को झूठा कह देते हैं। वो शायद इसलिए ऐसा कह पाते हैं, क्योंकि, श्रद्धा, साक्षी, निकिता और ऐसी सैकड़ों लड़कियों में से कोई भी उनकी बेटी नहीं थी। इस पर भी जांच होनी चाहिए कि, जैसे कश्मीर में हिन्दुओं और सिखों की टारगेट किलिंग हो रही है, क्या ये उसी तरह गैर-मुस्लिम लड़कियों को शिकार बनाने का पैटर्न नहीं है ? 'जुग-जुग जियो झारखंड के लाल', CSK की जीत पर झूमे CM सोरेन हादसे का शिकार हुई वैष्णो देवी जा रही बस, बिहार के 10 लोगों की मौत, CM नीतीश ने जताया दुख 'अब भी जिसका खून न खौले, वो जीते जी मर चुका..', साक्षी की निर्मम हत्या पर फूटा बागेश्वर बाबा का गुस्सा