आप सभी जानते ही हैं कि हाल ही में लोक सभा चुनाव का रिजल्ट आया है. ऐसे में ना सिर्फ पुरे देश को बल्कि फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में काम कर रहे कलाकारों को भी नयी सरकार से बहुत ही उम्मीदें हैं जो आज हम आपको बताने जा रहे हैं. आइए जानते हैं. डेलनाज़ ईरानी– देश के नागरिक के रूप में, मैं एक बहुत ही शांत भारत की तरफ देख रही हूँ. हर कोई आता है और कई चीजों का वादा करता है, लेकिन कोई भी इसे पूरा नहीं करता है, हालांकि मैं एक बहुत ही शांतिपूर्ण देश की आशा कर रही हूं. मैं यह कहना चाहती हूँ कि, लोगों के बीच कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए, नियम सभी के लिए समान होना चाहिए, चाहें अमीर हो या गरीब इससे भारत एक बेहतरीन देश बनेगा जहां लोग बिना किसी भेदभाव के एक शांतिपूर्ण जीवन जी सकेंगे. नई सरकार से उम्मीदें बहुत अधिक हैं, लेकिन मैं बस कहना चाहूंगी कि मेरा देश एक ऐसा स्थान होना चाहिए जहां लोग आएं तो कहें कि यह रहने के लिए बहुत शांतिपूर्ण देश है. मुझे नहीं पता कि यह कब होने वाला है? टेलीविज़न में एक बदलाव की उम्मीद करते हुए डेलनाज़ ने कई समस्याओं को गिनवाया, उनका कहना था- हमारा एकमात्र देश है जहां हम कारखाने के श्रमिकों के रूप में काम करते हैं, न कि कलाकारों के रूप में, हम क्रिएटिव लोग हैं और हमें अपने दिमाग को साफ करने के लिए समय और जगह की आवश्यकता होती है. हमारे 12 से 14 घंटे के काम के घंटे को 10 घंटे में बदल देना चाहिए क्योंकि एक कलाकार के लिए ट्रेवलिंग बहुत अधिक हो जाती है. अभी की तुलना में काम करने के घंटे कम होने चाहिए, एक उचित लंच ब्रेक, मिड स्नैक ब्रेक होना चाहिए और जिन स्थानों पर हम काम करते हैं, उनमें क्रू और एक्टर्स के लिए पुरुषों और महिलाओं के लिए वॉशरूम में उचित स्वच्छता होनी चाहिए. अगर नई सरकार आती है और इन बुनियादी बदलावों को करती है तो यह इंडस्ट्री काम करने के लिए एक बेहतर जगह बन पाएगी. निशांत सिंह मलकानी– मैं तीन चीजों के लिए उम्मीद और आशा करता हूं. पहले रोजगार की दर बढ़नी चाहिए, मैं चाहता हूं कि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिले क्योंकि घर पर बेरोजगार युवा बैठे हैं, मैं चाहता हूं कि उन्हें काम मिले ताकि वे हमारी जीडीपी में योगदान कर सकें, दूसरा मैं चाहता हूं जीएसटी के नियम सरल बनाने के लिए कुछ हो क्योंकि फिलहाल ये प्रोसेस बहुत ही कॉम्प्लिकेटेड है. हमारे देश की आबादी को नियंत्रित करने के लिए एक और नियम बनाना चाहिए क्योंकि एक पॉइंट पर आने के बाद हमारे देश में संसाधन सीमित हो जाएंगे. अगर किसी परिवार में तीसरा बच्चा है, तो उस परिवार में किसी तरह का ड्राबैक होना चाहिए क्योंकि हमें अपने देश की जनसंख्या को नियंत्रित करने की आवश्यकता है, क्योंकि इससे हमारे देश में बेरोजगारी दर और संसाधनों पर भी असर पड़ेगा. निशांत ने बताया कि नई सरकार से वो टीवी में ये बदलाव चाहते हैं- एक टेलीविजन कलाकार के रूप में मैं कुछ भी बदलना नहीं चाहूंगा, क्योंकि टेलीकास्ट जारी करता है तो प्रोड्यूसर पर खुद प्रेशर होता है. हालाँकि, सप्ताह में हमारे कई रैंडम छुट्टियां होती हैं. इसके बजाय हमारे पास हर हफ्ते में एक अनिवार्य छुट्टी होनी चाहिए क्योंकि कभी कभी हम महीने में 30 दिन काम कर रहे हैं. एक अनिवार्य छुट्टी रविवार को होनी चाहिए और अगर हाफ डे भी मिले तो ठीक है. स्मृति ईरानी के जीत के लिए एकता कपूर ने की थी जमकर दुआएं, अब दी बधाई एक बार फिर रोहित सुचाँती संग एन्जॉय करते नजर आईं सृष्टि रोड़े 'द कपिल शर्मा शो' में चलेगा कुमार सानू और गीतकार समीर का जलवा