पटना: बिहार में राजनीतिक उठापठक जारी है। जदयू में हुए फेरबदल को लेकर भारतीय जनता पार्टी निरंतर नीतीश कुमार पर हमलावर है। अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बड़ा दावा किया है। गिरिराज सिंह ने कहा कि राजद के मुखिया लालू यादव जदयू विधायकों के संपर्क में हैं तथा नीतीश कुमार की सरकार कभी भी गिर सकती है। गिरिराज सिंह ने कहा, नीतीश कुमार की सरकार 2017 की भांति है। नीतीश कुमार ने ललन सिंह को हटाकर के अपनी लुटिया डुबने से तो बचा ली है मगर वह लालू यादव के चक्रव्यूह में फंस चुके हैं। लालू यादव उनके विधायकों के संपर्क में हैं तथा सरकार कभी भी गिर सकती है। तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री हो सकते है इसको कोई नहीं टाल सकता है। इसका मलतब समझिए की नीतीश कुमार के पास और कोई विकल्प नही है। पीएम मैटेरियल छोडिये अब वो सीएम मैटेरियल भी नही रहे हैं। वही इससे पहले शुक्रवार को ललन सिंह के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर नीतीश पर हमला करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा था, 'इसमें बड़ी बात क्या है? नीतीश कुमार पहले भी पार्टी अध्यक्षों को बर्खास्त कर चुके हैं।।।नीतीश कुमार के लिए भारतीय जनता पार्टी के दरवाजे बंद हैं। यह तय है कि वह कुछ दिन और बिहार के मुख्यमंत्री हैं। अब उनके पास एक ही विकल्प है- लालू यादव के सामने आत्मसमर्पण कर दें तथा तेजस्वी यादव को नया मुख्यमंत्री बनने दें, अन्यथा लालू यादव पार्टियों में फूट डालने और अपनी सरकार बनाने में माहिर हैं।' आपको बता दें कि ललन सिंह के इस्तीफे की इनसाइड स्टोरी भी हाल ही में सामने आई थी। खबर के अनुसार, ललन सिंह के तेजस्वी यादव को सीएम बनाने के प्रस्ताव को जब नीतीश कुमार ने ठुकरा दिया तो उसके पश्चात् ही ललन सिंह ने जदयू को तोड़ने की योजना आरम्भ कर दी। सूत्रों के अनुसार, कुछ हफ्ते पहले जदयू के लगभग 12 विधायकों की एक गुप्त बैठक हुई थी तथा डील के अनुसार, ललन सिंह इन 10-12 विधायकों की सहायता से तेजस्वी यादव की ताजपोशी कराने के चक्कर में थे, मगर इस सीक्रेट मीटिंग की खबर नीतीश कुमार को लग गई। ललन सिंह यदि अपने प्लानिंग में कामयाब हो जाते तो उन्हें राजद राज्यसभा भेज सकती थी। तत्पश्चात, नीतीश सक्रिय हुए तथा शुक्रवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ललन सिंह के इस्तीफा देने के बाद उन्हें जदयू का अध्यक्ष चुना गया था। इस फैसले पर JDU के मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा, ‘नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के विचारों के संयोजक एवं विचारों के पीएम हैं। मैं बहुत स्पष्ट रूप ये यह आपको कहना चाहता हूं।' क्रिकेट खेलते-खेलते 22 वर्षीय लड़के को पड़ा दिल का दौरा, हुई मौत कोरोना ने मचाया हाहाकार, महाराष्ट्र में सामने आए 172 नए मामले 'ये मत सोचिए 2024 में जीत तय है...', आखिर क्यों ऐसा बोले देवेंद्र फडणवीस?