बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मकसद लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना है. हालांकि आजादी के इतने सालों के बाद भी महिलाएं खुले में शौच जाने को मजबूर हैं. यही कारण है कि नीतीश को राममनोहर लोहिया याद आते हैं क्योंकि खुले में शौच जाने वाली महिलाओं के कष्ट को लोहिया जानते थे और इसके लिए संसद में आवाज उठाते थे. मुजफ्फरपुर के गायघाट प्रखंड के जारंग हाईस्कूल के मैदान में विकास समीक्षा यात्रा के तहत आयोजित आम सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मैं सांसद था तो लोकसभा में आम जनता की आवाज और उनकी समस्याओं को उठाता था. सांसद या विधायक रहते हुए हम अक्सर गांव घूमा करते थे. नीतीश ने कहा कि हर घर को अगर शौचालय और नल का स्वच्छ जल उपलब्ध हो जाए तो 90 % बीमारियों से लोगों को छुटकारा मिल जाएगा. नीतीश कुमार ने आगे कहा कि लोहिया जी, नेहरू जी से कहा करते थे कि अगर महिलाओं के लिए पूरे देश में शौचालय बनवा दीजिएगा तो हम विरोध करना छोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण, गांधी जी और राममनोहर लोहिया जिन बातों को कहा करते थे और जिस विषय पर सोचा करते थे, आज हमारी सरकार वह सब काम कर रही है, ताकि लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो सकें. शरद यादव पर नीतीश कुमार की बड़ी जीत नेताओं की भाषाशैली स्वच्छ व साफ हो: नीतीश कुमार नितीश कुमार सरकार का मदरसों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को तोहफा मुखिया के अधिकारों में कोई कटौती नहीं - नितीश