पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोक संवाद कार्यक्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को याद करते हुए देश के विभाजन पर हो रही राजनीति की निंदा की है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी भारत का बंटवारा नहीं चाहते थे, जब देश आजाद हुआ तब गांधी दिल्ली की बजाए दंगा पीड़ित इलाकों में शांति कायम करने में जुटे हुए थे, मुख्यमंत्री सोमवार को लोक संवाद कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातें भी की और अपने विचार प्रकट किये. उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति को लेकर राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन आजादी की लड़ाई में शामिल सभी लोगों का योगदान महत्वपूर्ण था, महात्मा गांधी ने चंपारण सत्याग्रह के जरिए स्वतंत्रता संग्राम में आमजन को शामिल किया, इसी का परिणाम है कि चंपारण सत्याग्रह के 30 साल के भीतर देश आजाद हो गया. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के पहले के लोगों का भी योगदान था और भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद जैसे स्वतंत्रता सेनानियों का भी, अब पंडित जवाहर लाल नेहरू हों या सरदार पटेल, सभी लोगों ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में ही आजादी की लड़ाई लड़ी थी. नीतीश कुमार ने मौजूदा हालत को देश के लिए घातक बताते हुए चिंता व्यक्त की है. नीतीश ने दिए राज्य को सड़क प्लेन और अब मेट्रो ट्रेन तेजस्वी यादव अपने ही वार का हुए शिकार बिहार उप चुनाव की उल्टी गिनती शुरू