पटना. बढ़ते अपराध के मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस मामले में राजधानी दिल्ली सबसे टॉप पर है, जबकि बिहार 22वे नंबर पर है. इसके बाद भी कुछ लोग बिहार को ज्यादा ही बदनाम करने में लगे हुए है. नीतीश ने यह बात छठे वार्षिक एंटी ट्रैफिकिंग इन पर्सन्स कॉन्कलेव में कही. सभी को सम्बोधित कर उन्होंने कहा कि बिहार में यदि कोई छोटा अपराध भी होता है तो उसे बढ़ा चढ़ा कर पेश किया जाता है. इस मामले में बिहार के लोग ही बिहार को बदनाम करने में जुटे हुए है. वह आगे कहते है कि हम राज्य के संरक्षक है और न्याय के साथ विकास में विश्वास रखते है. नीतीश कुमार ने राज्य सरकार के डाटा का जिक्र कर कहा कि वर्ष 2012 में 207 तस्करो को गिरफ्तार किया गया था और 225 पीड़ितों को बचाया गया था. इतना ही नहीं वर्ष 2012 से 2016 तक 1022 तस्करो का गिरफ्तार करने के साथ 1481 पीड़ितों को बचाया गया था. उपलब्धि के मामले में यह भी बता दे कि वर्ष 2016 में 8,327 बच्चो के लापता होने के मामले में केस दर्ज किया गया था, जिसमे 5,256 की जानकारी जुटाई जा चुकी है. शराबबंदी के बाद देशी पर्यटकों की संख्या में 68 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. ये भी पढ़े बिहार के इस लड़के को गांव वाले कहते हैं Ghost Boy Bihar राज्य में खुला पहला BPO, अब हजारों को मिलेगी नौकरी परमाणु परीक्षण को लेकर PM मोदी ने की पूर्व PM अटल बिहारी के कदम की सराहना