नई दिल्ली : भारत रत्न से सम्मानित देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का आज शाम 5 बजे दिल्ली के स्मृति स्थल पर पूरे राजकीय सम्मान और हिन्दू विधि-विधान के अनुसार अंतिम संस्कार कर दिया गया. उन्हें उनकी बेटी नमिता ने मुखाग्नि दी. हिन्दू मंत्रोच्चार और हजारों की संख्या के जनसैलाब के साथ अटल बिहारी वाजपेयी पंचतत्व में विलीन हो गए. देश-विदेश ने अटल बिहारी के निधन पर बेहद शोक व्यक्त किया. वहीं इस कड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार भी शामिल रहें. चीनी दूतावास में भेड़ों का झुंड लेकर पहुंच गए थे वाजपेयी नितीश कुमार ने कहा कि मैंने अटल जी के साथ राजनीति करते हुए उनसे जो कुछ भी सीखा है वह आज तक मुझे काम आ रहा है. उन्होंने कहा कि आज भी वह उनसे मिली सीख का पालन कर रहें हैं. उन्होंने यह भी बताया कि अटल जी के साथ उनका साहचर्य 1995 में शुरू हुआ था. मध्यप्रदेश में है अटल बिहारी वाजपेयी का मंदिर, रोज होती है पूजा-अर्चना बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी का 93 वर्ष की उम्र में कल दिल्ली के AIIMS में निधन हो गया था. अटल के अंतिम दर्शन के लिए उनकी पार्थिव देह आज दिल्ली में भाजपा मुख्यालय पर रखी गई थी, जहां दिग्गज हस्तियों समेत आम लोगों ने भी उनके अंतिम दर्शन किए. दोपहर 2 बजे भाजपा मुख्यालय से उनकी अंतिम यात्रा निकले गई, जहां शाम को 5 बजे स्मरति स्थल पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. खबरें और भी... जब वाजपेयी को सुन आडवाणी ने कहा था मैं गलत पार्टी में आ गया अलविदा अटलजी : राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए भारत रत्न अमर-अटल वाजपेयी