पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य को एक और बड़ी सौगात दें देने जा रहे है. बिहार के चहुँमुखी विकास का संकल्प ले चुके नीतीश कुमार अब बिहार के घर-घर को सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा से रोशन करने वाले है. बिजली उत्पादन के गैर परम्परागत साधनों का उपयोग करने की और एक बड़ा कदम उठाते हुए, बिहार सरकार ने एक बड़ी कंपनी से करार किया है और कंपनी को भी गैर परम्परागत साधनों का उपयोग करने हेतु बाध्य किया गया है. इस प्रोजेक्ट से जहा एक और राज्य को बिजली मिलेगी, वही युवाओं को रोजगार भी उपलभ्ध होगा. सूत्रों के अनुसार इस हेतु एक प्रायवेट कंपनी के द्वारा कार्य प्रांरभ भी किया जा चूका है. बिजली उपलब्ध करने वाली पीटीसी इंडिया कंपनी से इस कार्य के लिए करार किया गया है, राज्य को ये बिजली 3.49 रूपये प्रति यूनिट की दर से मिलेगी. खबरों के अनुसार कंपनी ग्रिड के माध्यम से बिहार में पवन ऊर्जा से अनुमानित 200 मेगावाट बिजली देगी. अक्टूबर 2018 से ये बिजली बिहार के 10 लाख उपभोक्ता को मिलेगी. बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने बिजली कंपनी को कहा है कि राज्य की कुल खपत की 17 फीसदी बिजली गैर परम्परागत स्नेतो से दी जाए. इसमें आठ फीसदी सोलर पॉवर प्लांट से वे नौ फीसदी पवन ऊर्जा, बायोमास एवं भूसे से उत्पादित बिजली उपलब्ध करनी है. बिजली कंपनी इस हेतु बाध्य है. बिहार विकास यात्रा समीक्षा का पांचवां चरण आज नीतीश कुमार ने केबिनेट बैठक में लिए अहम फैसले रघुनाथ झा का निधन अपूरणीय क्षति : नीतीश कुमार