पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वीएस यादव ने बुधवार को कहा कि उग्रवादी संगठन नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) फिर से सक्रिय हो गया है और वह त्रिपुरा में अपनी ताकत को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहा है। राज्य पुलिस मुख्यालय में एक पुस्तक विमोचन समारोह के दौरान यादव ने कहा, "मंगलवार को तीन एनएलएफटी सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से जबरन वसूली के नोट और मोबाइल जब्त किए गए हैं। मोबाइलों की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसका मकसद सीमावर्ती इलाकों में बाड़ के निर्माण में लगी कंपनियों से पैसा इकट्ठा करना था। वीएस यादव ने कहा कि पुलिस ने विभिन्न स्रोतों से मिली जानकारी के आधार पर पिछले कुछ दिनों में एनएलएफटी के कई ओवरग्राउंड सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने आगे कहा, नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) अब 'काफी कमजोर' है। यादव ने आगे कहा कि एनएलएफटी की वित्तीय स्थिति अच्छी नहीं है इसलिए समूह पैसे ऐंठकर अपनी ताकत बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। एनएलएफटी के अलावा बांग्लादेश में कई अन्य उग्रवादी समूह डेरा डाले हुए हैं। वे आपस में समझ बना सकते हैं। यादव ने चेतावनी दी कि जो एनएलएफटी का समर्थन कर रहे हैं या उनके साथ संबंध बनाए रख रहे हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस हमदर्द के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। कार्यक्रम में डीजीपी ने सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी पराग बारां राय द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन किया। राजस्थान भाजपा में नहीं थम रहा अंतरकलह, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने दी इस्तीफे की धमकी मार्च से बुजुर्गों को लगना शुरू होगी कोरोना वैक्सीन, पैसे देकर प्राइवेट क्लिनिक में भी लगवा सकेंगे टीका मछुआरों संग समंदर में राहुल गांधी ने लगाई झलांग, वायरल हुआ वीडियो