नई दिल्ली: मानसून सत्र की शुरुआत हो गई है, जैसे की उम्मीद की जा रही थी, संसद के पिछले सत्र की तरह इस बार भी संसद हंगामों से भरपूर रहेगा. सत्र के शुरू होने से पहले ही इसका नज़ारा देखने को मिल गया. वाईएसआर कांग्रेस के सांसदों ने गांधी प्रतिमा के सामने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग के साथ पहले ही प्रदर्शन शुरू कर दिया था. यह भी देखें:- कटाक्ष: सदन में हंगामा भी जरुरी है भाई इसके साथ ही अविश्वास प्रस्ताव को लेकर भी संसद में खूब हंगामा हुआ, जिसके बाद सुमित्रा महाजन ने 50 से ज्यादा सांसदों के समर्थन की गिनती की और टीडीपी व् कांग्रेस सांसद की ओर से दिए गए अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया, साथ ही 10 दिन के भीतर प्रस्ताव पर चर्चा के लिए दिन तय करने की बात कही. यह भी देखें:- मानसून सत्र की हंगामेदार शुरुआत इससे पहले आंध्र प्रदेश मुद्दे को लेकर सदन कुछ देर के लिए स्थगित कर दिया गया था. कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मोदी सरकार पर जमकर आरोप लगाए, उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अपने कार्यकाल में किसानों की आत्महत्या और महिलाओं के साथ बलात्कार रोकने में नाकाम रही है. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी केरला में हुए मोब लीचिंग के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार को जमकर कोसा. जिसके जवाब में अनंत कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि केरला में जो भी हुआ उसके लिए मोदी सरकार जिम्मेदार नहीं है, ये काम सीपीएम के गुंडों का है. यह भी देखें:- संसद का मानसून सत्र: महिला आरक्षण बड़ा मुद्दा