इम्फाल: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में सब कुछ सही नहीं चल रहा है. बीते कुछ हफ्तों में भाजपा के 3 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. हालांकि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह का कहना है कि प्रदेश भाजपा में कोई संकट नहीं है. उन्होंने कहा कि एक मंत्री ने तो छुट्टी ली है और 3 अन्य का दिल्ली में उपचार चल रहा है. बता दें कि, सबसे पहले 13 अप्रैल फिर 17 अप्रैल और 20 अप्रैल को 3 विधायकों ने अपने पद छोड़े हैं. इनमें से दो विधायकों ने काम की जिम्मेदारी न मिलने का इल्जाम लगाया था. मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने सभी नेताओं की स्थितियां तो बताई हैं, लेकिन ये बात पच नहीं रही. कुछ सप्ताह में एक के बाद एक नेताओं के इस्तीफें से अफवाहों का बाजार गर्म है. सरकार के एक मंत्री के मुख्यमंत्री को बताकार छुट्टी ली है. वो इंदौर गए हैं बाकी 3 विधायकों का दिल्ली में इलाज चल रहा है, लेकिन उपचार के लिए अपने पदों से इस्तीफा क्यों दिया, इसका जवाब नहीं मिला. वांगजिंग तेंथा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक पाओनम ब्रोजेन सिंह ने इसी महीने 20 तारीख को इस्तीफा दिया. वो मणिपुर डेवलपमेंट सोसाइटी के प्रमुख थे. हालांकि इसके पीछे उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया. मगर, कुछ हफ्तों के दौरान ये तीसरी घटना है. बता दें कि, मणिपुर की 60 विधानसभा सीटों में 32 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की है. यदि 3 विधायक सरकार से खफा होकर चले जाएंगे, तो सरकार अल्पमत में आ जाएगी. इसको लेकर अटकलों की बाजार गर्म है. मगर सीएम बीरेन सिंह ने कहा है कि भाजपा को कोई खतरा नहीं है. 'दंगे भड़काने के लिए ही हैं रामनवमी और हनुमान जयंती..', NCP नेता जीतेन्द्र अव्हाड का विवादित बयान जब अतीक ने हड़प ली थी सोनिया गाँधी के रिश्तेदार की जमीन, छुड़ाने के लिए केंद्र सरकार को देना पड़ा था दखल 'हे प्रभु महाकाल, कृपया दिग्विजय सिंह जी जैसे देश-विरोधी भारत में पैदा न हों': ज्योतिरादित्य सिंधिया