फिक्स्ड इनकम निवेशकों के लिए खुशखबरी है क्योंकि सरकार ने 31 मार्च, 2021 को समाप्त तिमाही के लिए पीपीएफ, एनएससी की छोटी बचत योजनाओं या डाकघर की योजनाओं पर ब्याज दरों को बनाए रखने का फैसला किया है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) और राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) क्रमशः 7.1 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर जारी रखेगा। छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को वित्त मंत्रालय द्वारा तिमाही आधार पर अधिसूचित किया जाता है। वित्त मंत्रालय ने कहा, "31 मार्च को समाप्त होने वाली 2020-21 की चौथी तिमाही के लिए विभिन्न छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें तीसरी तिमाही (1 अक्टूबर-दिसंबर 31, 2020) के लिए अधिसूचित रहेगी।" तदनुसार, पांच वर्षीय वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के लिए ब्याज दर 7.4 प्रतिशत पर बरकरार रखी गई है। वरिष्ठ नागरिकों की योजना में ब्याज का भुगतान त्रैमासिक किया जाता है। बचत जमा पर ब्याज दर 4 प्रतिशत सालाना रखी गई है। बालिका बचत योजना सुकन्या समृद्धि योजना चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान 7.6 प्रतिशत दर की पेशकश करेगी। किसान विकास पत्र (KVP) पर वार्षिक ब्याज दर 6.9 प्रतिशत पर बरकरार रखी गई है। 1-5 वर्षों की सावधि जमा 5.5-6.7 प्रतिशत की सीमा में एक ब्याज दर प्राप्त करेगी, जबकि त्रैमासिक जमा राशि पर ब्याज दर 5.8 प्रतिशत पर आंकी जाती है। मुकेश अंबानी नहीं, बल्कि चीन का ये कारोबारी है एशिया का सबसे रईस शख्स आयकर रिटर्न दाखिल करने की बढ़ी अंतिम तिथि वर्ष के आखिरी दिन मध्यम बढ़त पर खुला बाजार, निफ़्टी में हुई 1 अंक की वृद्धि